हिमाचल प्रदेश के अस्पतालों में अब बिना मास्क प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है. इस आदेश का अब सख्ती से पालन होगा. राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अन्य अस्पतालों में इसका असर दिखने लगा है. 28 जुलाई को प्रस्तावित मंत्रिमंडल की बैठक में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हर जगह मास्क पहनना अनिवार्य किया जा सकता है.
बसों में व बाजार सहित अन्य सार्वजनिक जगह पर मास्क पहनना अनिवार्य करने का प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग की ओर से सरकार को भेजने की तैयारी है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. प्रदेश में 4200 के करीब एक्टिव केस हो गए हैं। रोजाना छह से सात सौ से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है.
राज्य में इस समय प्रतिदिन 50 से 60 हजार लोगों को सतर्कता डोज दी जा रही है. अभी तक साढ़े सात लाख लोगों को सतर्कता डोल दी जा चुकी है. सरकार ने दोनों डोज ले चुके लोगों को सतर्कता डोज 15 सितंबर तक लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. अंतिम 15 दिन में सतर्कता डोज के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा.
प्रधान सचिव, स्वास्थय सुभाशीष पांडा का कहना है सरकार ने ऐसा कभी नहीं कहा, मास्क मत पहनो. कोरोना संक्रमण से बचाव रखने के लिए मास्क पहनना जरूरी है। मंत्रिमंडल की बैठक में मास्क की अनिवार्यता को बसों और सार्वजनिक स्थानों पर करने का प्रस्ताव रखा जा सकता है.
प्रधान सचिव, स्वास्थय सुभाशीष पांडा का कहना है सरकार ने ऐसा कभी नहीं कहा, मास्क मत पहनो। कोरोना संक्रमण से बचाव रखने के लिए मास्क पहनना जरूरी है। मंत्रिमंडल की बैठक में मास्क की अनिवार्यता को बसों और सार्वजनिक स्थानों पर करने का प्रस्ताव रखा जा सकता है।