कोरोना की दूसरी लहर के धीमा पड़ने के बाद हिमाचल में कोरोना कर्फ्यू में छूट दे दी गई है। यानी कि हिमाचल प्रदेश आज से पूरी तरह से अनलॉक हो गया है। आज से हिमाचल प्रदेश में अंतरराज्यीय बसों की आवाजाही भी शुरू गई है। पहले चरण में HRTC 317 रूट पर बसें शुरू की गई है। इसमें आर्डिनरी बसों के साथ, सेमि-डिलक्स व वॉल्वो बसें भी शुरू की गई है। वहीं, क़रीब दो माह बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों के कपाट भी खुल गए हैं। आज से महाविद्यालयों में फाइनल ईयर की परीक्षाएं भी शुरू हो गई हैं। भले ही कांग्रेस व इससे जुड़ा संगठन एनएसयूआई परीक्षाएं करवाने का विरोध कर रही है और छात्रों को प्रोमोट करने की मांग को लेकर हड़ताल पर है।
शिमला सहित प्रदेश में मंदिर क़रीब दो माह बाद खुले हैं। कालीबाड़ी मंदिर में पहले की अपेक्षा भक्तों की कम भीड़ नज़र आई। लेकिन श्रद्धालु मंदिर खुलने को लेकर खुश नजर आए। वहीं मंदिर के सचिव सोमनाथ प्रामाणिक ने बताया कि मंदिर में प्रवेश sops के तहत ही दिया जा रहा है। मंदिर में प्रवेश से पहले सकैनिंग व पंजीकरण किया जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिनग के साथ दर्शन करवाए जा रहे है। प्रसाद व लंगर पर अभी भी प्रतिबंध है।
उधर अंतरराज्यीय बसों की आवाजाही भी आज से शुरू कर दी गई है। वैसे बाहरी राज्यों के लिए 700 से ज़्यादा बसें हर दिन बाहरी राज्यों के लिए HRTC की जाती है लेकिन फ़िलहाल 317 बसों के रूट शुरू किए गए हैं। बसें चलने के बाद यात्री खुश नजर आए क्योंकि बिन बसों के उनको दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
परिवहन मंत्री विक्रम ठाकुर ने बताया कि कोरोना के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए 50 फ़ीसदी सवारियों के साथ सामान्य से लेकर वॉल्वो बसें शुरू की गयी हैं। इसमें दिल्ली के लिए 52 बसें शुरू की जा रही है। जिनमें 38 सामान्य बसें, 12 वॉल्वो और 2 डिलक्स बसें शामिल हैं। चंडीगढ़ के लिए 66 बसों में से 63 आर्डिनरी, 2 सेमि डिलक्स और 1 वॉल्वो बस शामिल है। हरिद्वार के लिए 25 बसों में से 1 वॉल्वो बाकी आर्डिनरी बसें चलाई जाएंगी। इसके अलावा 34 बसें पठानकोट, अमृतसर 12, लुधियाना 9, होशियारपुर 20, देहरादून 8, कालका 5, रोपड़ 8, अम्बाला 15, जम्मू 5, कटड़ा 2 व यमुनानगर के लिए 3 बसें शुरू की जा गई है।