कांगड़ा जिला के ज्वालामुखी में मिलावटी सरसों तेल से एक शख्स की मौत हो गई. जहां बाजार से सरसों खरीद कर कोहलू में तेल निकलवाना एक परिवार को महंगा पड़ा है. सरसों के बीच आर्जीमोन सीड भी मिलाए गए थे और फिर कोहलू में सरसों का तेल निकाला गया, जिसे पूरे परिवार ने खाया.बाद में 59 वर्षीय विजय कुमार ड्रॉप्सी नामक बीमारी की चपेट में आ गया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
वहीं बहू की जागरूकता से शेष परिवार की जान बच पाई है. पूरे परिवार में इस तेल के इस्तेमाल के बाद दस्त, उल्टियां और शरीर के अंगों में सूजन तथा टांगों में लालगी की समस्या आ गई थी, जिस पर बहू का माथा ठनका और उसने अपनी सास को कहा कि हो न हो, हमारे खाने में ही कुछ गड़बड़ है.
बहू ने कहा कि ऐसे में हमें खुद निकलवाए सरसों के तेल के बजाय बाजार से तेल खरीदकर उसे इस्तेमाल करना चाहिए.जैसे ही बहू के कहे अनुसार बाजार से तेल लाया गया तो लक्षण कम होना शुरू हो गए. वहीं जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम द्वारा सरसों के सेंपल लेकर कंडाघाट स्थित लैब में भेज दिए हैं.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डा. गुरुदर्शन गुप्ता ने बताया कि इस प्वाइजनिंग के कारण उस परिवार के एक व्यक्ति की दुर्भाग्यवश दुखद मृत्यु हो गई है और परिवार के अन्य सदस्य भी उपचाराधीन हैं.
एसडीएम ज्वालामुखी मनोज ठाकुर ने बताया कि खुंडियां में सरसों के आर्जीमोन सीड मिले तेल का सेवन करने से एक व्यक्ति की मृत्यु होने के बाद स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सचेत करते हुए कहा गया है.जांच में पाया गया कि उक्त व्यक्ति ने खुंडियां की ही एक करियाना दुकान से सरसों का बीज खरीद कर तेल का सेवन किया था.सरसों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं.