मौसम विभाग की भविष्यवाणी को सही साबित करते हुए इंद्र देव ने शुक्रवार को अपना खूब रंग दिखाया. आधी रात को शुरू हुई बारिश शुक्रवार को पूरा दिन जारी रही. कभी झमाझम, कभी मूसलाधार तो कभी रिमझिम बारिश के बीच ही पूरा दिन बीत गया. पूरा दिन आसमान घने काले बादलों से अटा रहा. सूर्य देव के कतई दर्शन नहीं हुए.
बारिश के चलते रहने से जगह जगह ल्हासे गिरे और सड़कें बंद हुई. जिले की दो दर्जन से भी अधिक सड़कें ल्हासे व चट्टानें गिरने से बंद हो गई जिससे आवागमन में बाधा पैदा हुई. मंडी कुल्लू मार्ग भी कुछ समय के लिए हणोगी के पास बंद रहा. सड़कों पर वाहन चलाना खतरनाक हो गया है क्योंकि कहीं से पहाड़ दरकने का खतरा बना हुआ है. इसका खौफ लगातार बना हुआ है. यूं फसल के लिए इस बारिश को अच्छा माना जा रहा है.
मगर लगातार बारिश ने लोगों को घरों में कैद होने के लिए मजबूर कर दिया. शुक्रवार को जन्माष्टमी की छुट्टी होने के कारण कार्यालय, स्कूल आदि बंद रहे मगर जन्माष्टमी के जश्न में बारिश ने खलल जरूर डाल दिया. अभी मौसम विभाग की चेतावनी रविवार तक इसी तरह की बारिश की है. ऐसे में लोगों के मन में इसका खौफ बरकरार है. सभी नदियां, नाले खड्डें उफान पर हैं, कच्चे मकान व गौशालाएं गिर रही हैं, रास्तें सड़कें टूट रही हैं, नालियों में मिट्टी आदि भर जाने से पानी सड़कों पर होकर बह रहा है. बरसात पूरे यौवन पर है और लोग खौफ के बीच भी इसका भरपूर आनंद उठा रहे हैं. त्यौहारों के चलते यह मौज मस्ती और अधिक हो गई है.