एसपी मंडी शालिनी अग्रिहोत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 24 सिंतबर की रैली के दौरान मंडी पुलिस ने सुरक्षा को लेकर सख्त इंतजाम किए हैं. इस दौरान रैली स्थल पर वीआईपी मूवमेंट के दौरान किसी भी ड्रोन, पैराग्लाइडिंग व यूएवी का प्रयोग नहीं किया जाएगा. जिसमें न ही किसी का निजी ड्रोन शामिल होगा और न ही मंडी पुलिस का अपना ड्रोन होगा. यह प्रतिबंध वीआईपी मूवमेंट के 4 घंटे पहले और दो घंटे बाद तक जारी रहेगा.
इसके साथ इस रैली में सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 1600 पुलिस जवान, 200 होमगार्ड व 20 एएसपी-डीएसपी रैंक के अधिकारी शहर में चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे. साथ ही रैली स्थल पर 500 महिला सुरक्षा कर्मियों की भी ड्यूटी लगाई गई है. इसके अलावा शहर में पुलिस जवानों के साथ-साथ सीसीटीवी 5 नये ड्रोन व 150 नए सीसीटीवी संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी की जाएगी.जिससे पुलिस इन संवदेनशील क्षेत्रों में कड़ी से कड़ी नजर रख सकेंगी.
वहीं, पड्डल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था व ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस मोबाइल पैट्रोलिंग की गठित 15 टीमों की ड्यूटी लगाएगी. जो मोबाइल में किसी भी प्रकार की घटना की जानकारी पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों को सूचित करेगी.
पड्डल मैदान में छह मुख्य द्वार बनाए गए हैं और 40 प्रवेश गेट बनाए गए हैं.सभी द्वारों पर पुलिस विभाग द्वारा सक्रिनिंग की जाएगी और प्रत्येक व्यक्ति की जांच के बाद ही उन्हें रैली स्थल में प्रवेश दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मौसम खराब होने या न होने पर किसी को भी छाता लेकर आने की अनुमति नहीं मिलेगी. इसके बावजूद भी अगर कोई छाता लेकर आता है तो या तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा या फिर पुलिस छाता को जप्त कर लेगी.
इसके साथ पुलिस ने सभी लोगों से स्मार्ट वॉच, मोबाइल फोन को छोडक़र अन्य उपकरणों, कीमती वस्तुओं व धातुओं को रैली में लेकर न आने की अपील की है.किसी भी प्रकार की झंडा, स्टीक व रोड अलाउंड नहीं वहीं, रैली स्थल में पुलिस ने किसी भी कार्यकर्ता को किसी भी प्रकार का झंडा, स्टीक व रोड आदि ऐसी वस्तुएं लाने पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है.
कार्यकर्ताओं को पड्डल मैदान के अंदर ही एमपी के अभिनंदन के लिए झंडे उपलब्ध हो जाएंगे. बाहर से झंडे आदि के प्रवेश पर पुलिस ने सख्त प्रतिबंध लगाया है. रैली के दौरान महिलाओं की सुरक्षा को विशेष ध्यान में रखते हुए क्यूआरटी का भी गठन किया है. जिससे महिलाओं से छेड़छाड़ जैसे मामले आने पर पुलिस तुरंत कार्रवाई अमल में ला सके.इसके साथ रैली स्थल पर 500 महिला सुरक्षा कर्मियों की भी ड्यूटी लगाई गई.