Follow Us:

हिमाचल पुलिस ने जारी किए 2019 के आंकड़े, मर्डर के मामलों में कमी तो रेप के मामलों में हुई बढ़ोतरी

पी. चंद, शिमला |

पुलिस ने हिमाचल प्रदेश में 2019 के आंकड़े पेश किए है। पुलिस प्रमुख एसआर मरडी ने 2019 में हुए क्राइम की रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि पिछले साल पुलिस के पास कुल 19 हजार 924 FIR दर्ज हुई। प्रदेश में साल 2019 में पिछले 10 सालों के मुकाबले सबसे कम मर्डर हुए हैं। जबकि रेप के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि जगरूकता अभियान से पुलिस सड़क हादसों को कम करने में सफल हुई है। जागरूकता, इंजीनिरिंग व एनफोर्समेंट से इस साल भी हादसों में कमी लाई जाएगी।

मरडी ने बताया की हिमाचल में इस समय चिट्टा सबसे बड़ी समस्या है। इससे निपटने के लिए पुलिस सख्ती से काम कर रही है। नशे से निपटने के लिए लोगों को भी हिमाचल पुलिस की मदद की ज़रूरत है। नशे को जड़ से उखाड़ना पुलिस के सामने बड़ी चुनौती है। 10 हज़ार से ज़्यादा लोगों ने ड्रग फ्री एप्स को डाऊनलोड किया।

उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम लगातार बढ़ रहा है इससे निपटने के लिए पुलिस हाईटेक की जाएगी। 700 से ज्यादा पुलिस जवानों को बॉडी कैमरा लगा दिए गए हैं। आने वाले समय में सभी पुलिस जवानों को बॉडी कैमरा लगाए जाने की योजना है। घर बैठे ही एफआईआर दर्ज़ करवाने की सुविधा को ओर अधिक सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में हिमाचल प्रदेश में 16 हजार पुलिस कर्मी सेवाएं दे रहे हैं जबकि 24 हजार पुलिस जवानों की अभी और जरूरत है।

ये हैं 2019 के आंकड़े-

पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक़ प्रदेश में 19 हज़ार 924 मामले दर्ज हुए। इनमें आईपीसी के मामले कम दर्ज हुए। प्रदेश में पिछले साल के मुकाबले प्रदेश में 10 मर्डर कम हुए प्रदेश में 69 हत्याओं के मामले दर्ज हुए जोकि 2018 में 99 थे। पिछले 10 साल में सबसे कम मर्डर हुए। जबकि रेप के 358 मामले दर्ज हुए जोकि 13 बढ़े हैं। हत्या के प्रयास के 57 से घटकर 54 हुए, बच्चों के 476 से घटकर 457 रह गए, महिलाओं के साथ अत्याचार के मामले बढ़े 229, दंगा भड़काने के कम होकर 424, एनडीपीसी के मामले 1342 से बढ़कर 1439 हुए, एससी एसटी के मामले बढ़े 163, सड़क दुर्घटना के मामले 211 कम होकर 2897 रह गए।

पिछले साल पुलिस ने इस वर्ष पिछले साल के मुकाबले 2 लाख से ज्यादा चालान किए। जिसमें पुलिस को 10 लाख 95 हज़ार 549 चालान कर कमाए 30.42 करोड़ की कमाई हुई। ई-चालान से 3,40,637 चालान किए गए। जबकि 2018 में 8,33,166 चालान कर 23 करोड़ कमाए थे।  शिमला जिले में सबसे ज़्यादा ई-चालान किए गए। जिनकी संख्या 62,640 है।