स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में कांग्रेस सरकार और बीजेपी कार्यकाल की तुलना की है. साथ ही डॉ. राजीव सैजल ने कहा है कि एम्स, मेडिकल कॉलेज, टेलिमेडिसिन और आयुर्वेद को लेकर डबल इंजन सरकार की ओर से किए गए प्रयासों के चलते निकट भविष्य में हिमाचल प्रदेश मेडिकल टूरिज्म का हब बनेगा. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि कांग्रेस शासन काल में 2013-2014 से 2017-2018 हिमाचल में हेल्थ बजट 7,663 करोड़ रुपये रहा. हमारी सरकार ने इसे 72.67 प्रतिशत बढ़ाकर 2018-19 से 2022-23 के बीच 13,231.99 करोड़ रुपये किया.
डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में बीते पांच वर्षों के दौरान हिमाचल में इतिहास में सबसे ज्यादा कार्य हुए हैं. यह कार्य डबल इंजन सरकार की बदौलत संभव हो पाए हैं. एम्स में मरीजों 18 स्पेशलिटी और 17 सुपर स्पेशलिटी विभागों से उपचार की सुविधा मिलेगी. इसके अलावा मेडिकल एजुकेशन और मेडिकल रिसर्च में भी एक नयाम आयाम स्थापित होगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से हिमाचल के चंबा, नाहन और हमीरपुर में मेडिकल कॉलेज के लिए अब तक 510 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद जारी कर चुकी है. इकने भवनों का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चला हुआ है.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा नेरचौक, नाहन, हमीरपुर और चंबा मेडिकल कॉलेज में हमारी सरकार में ही 85 करोड़ रुपये से ज्यादा की मशीनरी और मेडिकल इक्विपमेंट्स अब तक खरीदे चुके हैं. टांडा मेडिकल कॉलेज, आईजीएमसी और अटल सुपर स्पेशिलिटीज इंस्टीट्यूट चम्याणा को भी जोड़ लें तो यह राशि 150 करोड़ रुपये से ज्यादा की बनती है. अटल सुपर स्पेशिलिटीज इंस्टीट्यूट चम्याणा के भवन निर्माण लिए भी केंद्र सरकार की ओर से 120 करोड़ रुपये की राशि दी गई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी सरकार के आंकड़े निकाल लें तो उन्हें पता चलेगा कि इतना काम कभी नहीं हुआ.
डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि हिमाचल के इतिहास में जो कार्य 6 बार के मुख्यमंत्री नहीं कर सके वो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सरकार ने पहली बार ही कर दिखाया है. पहली बार लोगों के निशुल्क इलाज के लिए योजनाएं शुरू हुईं. डबल इंजन सरकार की आयुष्मान भारत और हिमकेयर योजनाओं के माध्यम से लोगों के निशुल्क इलाज पर अब तक 528 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं. इसमें 5 लाख 2 मरीजों का इलाज निशुल्क किया गया है.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा 56 तरह के टेस्ट की सुविधा निशुल्क देना, निशुल्क दवाइयां उपलब्ध करवाना, हर विधानसभा क्षेत्र के लिए मोबाइल यूनिट की सुविधा जैसे बहुत से कार्य हुए हैं.
डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेज और एम्स के पूरी तरह कार्य करने पर हिमाचल प्रदेश हर साल करीब 720 डॉक्टर तैयार होंगे. हमारे पास उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं होंगी. इसी के बदौलत आने वाले समय में हम मेडिकल टूरिज्म का हब बनेंगे.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डॉक्टरों की भर्ती हमारी सरकार ने गंभीर प्रयास किए हैं. एकसाथ 500 डॉक्टरों की भर्ती की जा रही है. इसमें से 300 डॉक्टरों की भर्ती के लिए परीक्षा भी आयोजित हो चुकी है. आयुर्वेद विभाग में 220 डॉक्टरों की भर्ती की जा रही है. इसमें 50 फीसदी पद बैचवाइज और 50 फीसदी पद सीधी भर्ती से भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.