हिमाचल विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत के साथ जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस विधायकों का राजधानी दिल्ली में पहुंचने का सिलसिला जारी है. हिमाचल में कांग्रेस को प्रचड़ बहुमत के साथ जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने सभी विधायकों को 15 दिसंबर को दिल्ली में डिन्नर का आमंत्रण दिया है.
जमीनी स्तर के नेता एवं नादौन से विधायक सुक्खू का मुख्यमंत्री पद तक पहुंचना प्रदेश कांग्रेस में पीढ़ीगत बदलाव का संकेत है.राज्य की राजनीति में लंबे समय तक पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का वर्चस्व रहा और उन्होंने पांच दशक तक राज्य में कांग्रेस का मार्गदर्शन किया.पार्टी के नेताओं ने शपथग्रहण समारोह से पहले छह बार मुख्यमंत्री रहे सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि चुनाव के समय मुख्यमंत्री ने बिना बजट के घोषणाएं की है. उन्होंने इन सभी कार्यों पर चर्चा की और पाया कि यह सभी संस्थान बिना बजट के खोले. यहीं पहले रिटायर्ड और टायर्ड की सरकार हैं. उन्हें बोलने का अधिकार तभी था अगर इसके लिए उन्होंने बजट का प्रावधान किया होता.
सीएम ने कहा की हिमाचल में कैबिनेट गठन के बाद ओपीएस बहाल कर दी जाएगी. ये चाहे जो भी हथकंडे अपना ले.
अटल टनल रोहतांग पट्टीका को रिस्टोर करने को लेकर सुक्खू ने कहा शिलान्यास पट्टीका लगाने के आदेश दिए. उद्घाटन के समय बीजेपी सरकार ने शिलान्यास पट्टीका हटा दी यह उनकी अच्छी परम्परा नहीं हैं. बीजेपी की शिलान्यास की पट्टीका हैं वह उनके लिए भी बजट का प्रावधान करेंगे. कांग्रेस इस परम्परा में विश्वास नहीं रखती है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की 100 दिन पूरे होने जा रहे हैं. 16 दिसम्बर को वह और उनके 40 विधायक प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने जा रहे हैं.