देशभर में कांग्रेस पार्टी लगातार सत्ता से बाहर होती जा रही हैं. ऐसे में भाजपा व अन्य दलों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के बजाय हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों के चयन के लिए आवेदन प्रक्रिया समाप्त होते ही गुटबाजी शुरू हो गई है. बिलासपुर सदर से पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के खिलाफ तीन नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है.
तिलक राज शर्मा और प्रवक्ता संदीप सांख्यान ने कहा कि बंबर ठाकुर विधानसभा क्षेत्र में माफिया की तरह काम कर रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और सह प्रभारी संजय दत्त से मिलकर इन नेताओं ने बंबर ठाकुर को टिकट न देने की वकालत की हैं. वर्ष 2012 से 2017 तक बंबर ठाकुर की संपत्ति कई गुना संपत्ति बढ़ने के आरोप लगाए. पूर्व विधायक ने उनकी राजनीतिक छवि पर सवाल उठाते हुए बंबर को टिकट मिलने की स्थिति पर सामूहिक विरोध करने का एलान भी किया.
बिलासपुर सदर से पूर्व विधायक तिलक राज शर्मा ने कहा कि बंबर ठाकुर विधानसभा क्षेत्र में माफिया की तरह काम कर रहे हैं. स्थानीय पुलिस उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. बंबर के क्रियाकलापों को पार्टी नेतृत्व तक पहुंचाया गया है, लेकिन पार्टी की ओर से उन पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. मजबूर होकर मीडिया में अपनी बात कहनी पड़ रही है.
पूर्व विधायक तिलकराज शर्मा ने कहा कि वे पिछले चार दशकों से कांग्रेस के लिए कार्य कर रहे हैं. पार्टी को ऐसे व्यक्ति को आगे नहीं लाना चाहिए, जिससे जनता के बीच पार्टी की छवि खराब हो. अगर बंबर को टिकट मिलता है तो संगठन के लोग बैठकर आगामी रणनीति तैयार करेंगे.