शिमला में 108 और 102 एंबुलेंस कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल में पर चले गए हैं। ये कर्मचारी पिछले कल 26 जून से हड़ताल में पर हैं, जिससे कई इलाकों में सेवा बंद होने के कारण मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। कर्मचारियों को आरोप है कि जो जीवीके कंपनी इसे ऑपरेट करती है उनके न तो काम के घंटे तय हैं और न ही वेतनमान को लेकर कोई नीति बनाई गई है।
कर्मचारियों का कहना है कि वे 12 घंटों से ज्यादा काम कर रहे हैं, जबकि उनकी सैलरी में अभी तक इंक्रीमेंट नहीं लगा। जीवीके कंपनी के अधिकारी पूरी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और किसी ख़राबी का खर्चा कर्मियों को जेब से डाल दिया जाता है। जब तक कंपनी उनकी मांगें नहीं मानेगी तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे। बता दें कि प्रदेश भर में 108 की कुल 92 एंबुलेंस और 102 की लगभग 125 एंबुलेंस चलती हैं।