<p>कांगड़ा जिला परिषद के उपाध्यक्ष और किसान कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष विशाल चंबियाल ने अपना वेतन सरकार और प्रशासन को दे दिया है। इसके लिए उन्होंने जिलाधीश कांगड़ा को पत्र भी दिया है। इस बात की जानकारी उन्होंने धर्मशाला में पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने कहा कि वह अपना वेतन तब तक नही लेंगे जब तक कोरोना महामारी प्रदेश से नही मिट जाती। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने भी अपना वेतन कोरोना महामारी से जूझने के लिए दे दिया है। उनसे प्रेरणा पाकर उन्होंने भी अपना बेतन सरकार और प्रशासन के सहयोग के लिए डोनेट किया है।</p>
<p>चंबियाल ने कहा कि सभी को इस तरह से अपना अपना वेतन इस महामारी से लड़ने के लिए डोनेट करना चाहिए ताकि प्रदेश के लोगों को खास कर उन्हें जो इस समय सबसे अधिक परेशान है और जिन्हें मदद की दरकार है। प्रदेश में और देश में किसान सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं और कोरोना महामारी की वजह से समय पर फसलें नही काट पाए जिससे उन्हें खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है।</p>
<p>उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों के हित में सोचना होगा और उन्हें हर संभव मदद प्रदान करनी चाहिए। अगर एक साल के लिए किसान फसल उगाना छोड़ देंगे तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि देश का क्या हाल होगा। उन्होंने प्रदेश सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के समय में भी केंद्र एवं सरकार राजनीति करने से बाज नहीं आ रही। हाल ही में उन्होंने अपने जिला परिषद फंड से अपने जिला परिषद वार्ड बरांडा के लिए मास्क और सैनेटाइजर बांटने के लिए अपनी जिला परिषद की निधि से पैसे दिए थे लेकिन सरकार ने एक महीने से ऊपर का समय गुजर जाने के बाद भी ना ही फंड को स्वीकृत किया गया और ना ही पंचायतों में मास्क और सैनिटाइजर बांटे गए।</p>
<p>चंबियाल ने कहा कि जो उनकी निधि का लगभग 6 लाख रुपया है उसे सरकार स्वीकृत करें ताकि उन लोगों को भी मास्क और सैनेटाइजर प्रदान किये जा सके जिन्हें इस समय इसकी जरूरत है। केंद्र सरकार ने बीस हज़ार करोड़ रुपए के राहत पैकेज का जुमला जनता को लुहाभवने के लिए फेंक दिया। विशाल ने चिंता जताते हुए कहा कि कोरोना महामारी से लडने के लिए जब तक हम पंचायतों के माध्यम से गांव गांव में सैनेटाइजर और मास्क नहीं पहुंचाएंगे तब तक हम अपनी क्षेत्र की जनता को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कैसे तैयार कर पाएंगे ।</p>
<p>उन्होंने प्रदेश सरकार और भाजपा के नेताओं को सलाह देते हुए कहा कि ऐसे गंभीर समय में राजनीति नहीं होनी चाहिए तथा कोई भी राजनीतिक संगठन सामाजिक संगठन, अन्य कोई एन जी ओ या फिर व्यतिगत रूप से किसी भी माध्यम और किसी भी प्रकार से अगर जनता की सेवा में करना चाहते है तो उन्हें राजनीति कारणों के तहत नहीं रोका जाना चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि जल्द से जल्द उनके द्वारा स्वीकृत की गई राशि को उनके जिला परिषद वार्ड बरांडा की पंचायतों को उनकी जिला परिषद निधि से सैनेटाइजर और मास्क दिए जाएं।</p>
<p>चंबियाल ने कहा कि उनकी लड़ाई कोरोना के खिलाफ तब तक जारी रहेगी जब तक यह पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता और वह हर समय आम जनता के लिए काम करते रहेंगे। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस मीडिया पैनलिस्ट पुनीत मल्ली भी विशेष तौर पर मौजूद रहें।</p>
नादौन: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सूक्खू ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को फिर आईना दिखाया…
धर्मशाला, 01 मई:. जिला निर्वाचन अधिकारी उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बुधवार को कांगड़ा विस क्षेत्र…
7वें राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष नंद लाल तथा मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा ने…
शिमला : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि भारत के इतिहास में यह पहली…
फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में हिमकेयर में अब हर सुविधा उपलब्ध है, जिसका लाभ हर वर्ग…
मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने बीजेपी और मंडी भाजपा कंगना रनौत…