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धर्मशाला: निजी अस्पताल की लापरवाही से गर्भवती महिला की मौत, लोगों ने DC को सौंपा ज्ञापन

बिट्टू सूर्यवंशी |

धर्मशाला नगर निगम के वार्ड नंबर-12 गांव दडनूं के निवासियों ने श्याम नगर स्थित एक निजी अस्पताल को बंद करने की मांग की है। इस निजी अस्पताल का नाम शुक्ला नर्सिंग होम है, जिसे बंद करने की मांग करते हुए लोगों ने उपायुक्त संदीप कुमार को ज्ञापन भी सौंपा है।

ज्ञापन सौंपने वाले ऋषिराज ने कहा कि ये अस्पताल पैसे कमाने के माध्यम से इस्तेमाल किया जा रहा है और सुविधा नाम की यहां कोई चीज़ नहीं। निजी अस्पताल के जरिये उनकी प्रैगनेंट बहन का उपचार के दौरान देहांत हो गया। बिना किसी टेस्ट के ही महिला कर्मचारी उनकी गर्भवती बहन का ऑपरेशन कर डाला। उक्त गांव वासियों ने कहा कि अस्पताल पर जल्द कार्रवाई की जाए, ताकि आगे से ऐसा मामला देखने को ना मिले।

ऋषिराज ने सुनाया वाक्या

ऋषिराज ने कहा कि जिस अस्पताल में वह अपनी बहन को लेकर गए थे। वहां पर बिना किसी टेस्ट के उनकी गर्भवती बहन का ऑपरेशन कर डाला। इसी दौरान उनकी बहन की तबीयत खराब होने लगी तो इस निजी अस्पताल में काम कर रही नर्सों ने कहा कि अपनी बहन को टांडा अस्पताल ले जाओ। इस दौरान उन्होंने 108 एंबुलेंस के कर्मचारियों को फोन करके एंबुलेंस उपलब्ध करवाने की बात कही, लेकिन 108 एंबुलेंस सेवा के कर्मचारियों ने यह कहकर मना कर दिया कि वे निजी अस्पताल से मरीज को नहीं ले जा सकते।

शुक्ला नर्सिंग होम में वे इसलिए गए क्योंकि सरकारी अस्पताल में गायनी का कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था, जिस कारण उन्हें निजी अस्पताल जाना पड़ा। ऋषिराज का कहना है कि उसकी बहन की प्रसूति करवाने के लिए शुक्ला नर्सिंग होम में ड्यूटी पर तैनात महिला कर्मचारी ने कहा कि बिना किसी टेस्ट के ऑपरेशन करना पड़ेगा। वहां तैनात महिला कर्मचारी ने बिना पुराना रिकॉर्ड देखे ही उनकी बहन का ऑपरेशन कर दिया। इस दौरान उसकी बहन की तबीयत ज्यादा खराब होती गई और उसकी मौत उसी हॉस्पिटल में हो गई।