हमीरपुर जिला प्रशासन ने स्वच्छता ही सेवा का अभियान बहुत जोरों-शोरों से शुरू किया, जिसमें उपायुक्त सहित तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन अभियान का आख़िरी दिन था, लेकिन कई वार्ड में आज भी हाल पहले जैसे ही नज़र पड़े। यहां तक अधिकारी कार्यालय के बाहर भी स्थिति कुछ ऐसी ही थी।
बेशक यहां अधिकारियों औऱ नगर परिषद ने सड़क किनारे पर तो सफाई कर दी, लेकिन जिस जगह किसी की नज़र नहीं पड़ती उसे अधिकारियों और परिषद ने भी अनदेखा कर दिया। मिली जानकारी के मुताबिक, उपायुक्त कार्यालय में कूड़ेदान का घास और उसके आसपास पड़ी गंदगी में कोई सफाई नहीं की गई। यहां तक कि परिषद के अंदर भी कूड़ा दिवारों के कोनों में इक्टठा कर दिया गया, लेकिन उसके डंप नहीं किया गया।
नगर परिषद के वार्ड नंबर 9 और 10 में कूड़ा खुलेआम फेंका जा रहा है, जिससे लोगों ने रोष जाहिर किया है। यहां के लोगों का कहना है कि उन्हें कूड़े से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस बारे में परिषद को एप्लीकेशन भी लिखी गई थी, लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया।
प्रोजेक्ट ऑफिसर सुनील चन्देल ने कहा था की हम सभी गांवो ,पंचायतो और कार्यालयों में इस अभियान के बारे में जागरूक करेंग। धरातल पर देखने से ये लग रहा है की ये अभियान सिर्फ कागजो में सफल हुआ है।