<p>भारत में ब्लैक फंगस तेजी से बढ़ता जा रहा है। बड़ी संख्या में लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं, बीमारी इतनी खतरनाक है कि इससे आंखों की रोशनी जाने के साथ मरीज़ की जान तक जा सकती हैं। हालांकि शुरुआती जांच में पता चलने पर इस पर काबू पाया जा सकता है। देश में बढ़ रहे कोरोना पीड़ित और ठीक हो रहे मरीजों में "ब्लैक फंगस" के मामलों को देखते हुए हिमाचल के सबसे बड़ा आईजीएमसी अस्पताल प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।</p>
<p>इस बीमारी पर नज़र रखने के लिए चार सदस्यीय डॉक्टर की कमेटी गठित कर दी गई है। हालांकि प्रदेश में अभी हिमाचल ब्लैक फंगस का मामला सामने नहीं आया है। बावजूद इसके ऐतिहातन प्रशासन ने पहले ही कमर कस ली है। एमएस डॉ जनक राज ने बताया कि देश मे ब्लैक फंगस का ख़तरा बड़ रहा है। इस कमेटी में ईएनटी और माइक्रो लॉजी विभाग के डॉक्टरों की शामिल किया गया है। ताकि ब्लैक फंगस पर कड़ी नजर रखी जा सके। यदि ब्लैक फंगस का मामला आता भी है तो मरीजों का समय पर ईलाज किया जा सके। कोरोना के साथ IGMC हर तरह की स्थिति पर नज़र बनाएं हुए है।</p>
<p>जनक राज ने बताया कि अस्पताल में वेंटिलेटर की कोई कमी नहीं है। आईजीएमसी में अब वेंटिलेटर की संख्या 120 हो गई है। फिलहाल 32 मरीजों का वेंटिलेटर पर इलाज चल रहा है। 5-10 वेंटिलेटर को हमेशा रिजर्व में रखा जा रहा है। ताकि आपातकाल की स्थिति में मरीज के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सके। सरकार लागातार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने का काम कर रही है ताकि मरीजों की जान बचाई जा सके।</p>
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