हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में IPH विभाग के ये हालात हैं कि यहां अग़र व्यक्ति ग़लती अपने काम के लिए पहुंच जाए तो उसे सिर्फ आश्वासन मिलते हैं। जी हां, न तो यहां कर्मचारी उपभोक्ताओं की सुनते हैं औऱ न ही अधिकारी। यहां तक कि अधिकारियों से बात करना चाहें तो कभी बाबू जी पहुंचते नहीं, तो कभी कहीं और व्यस्त रहते हैं।
ताजे वाक्या में कांगड़ा श़हर के बीचों-बीच वार्ड नंबर-4 में नया मामला सामने आया है। यहां पिछले क़रीब 2 सालों से कुछ घरों में ठीक से पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है और श़िकायत करने पर भी कोई समाधान नहीं निकाला जाता। हालांकि, यहां पास ही में गुप्त गंगा रोड पर एक पानी का केंद्र भी है, लेकिन वहां जाने पर कर्मचारी लोगों को या तो टाल देते हैं, या फिर मौके पर मिलते ही नहीं। पुराना कांग़ड़ा रोड पर एक और केंद्र है, जहां भी कोई सुनवाई नहीं होती।
यही नहीं, श़हर के बीच विभाग के हालात ऐसे हैं कि यहां एक उपभोक्ता को पिछले 2 सालों से कनेक्शन नहीं दिया गया। उपभोक्ता ने सारी फॉरमैलिटिज़ पूरी करके अपने कनेक्शन को बहाल करवाया, लेकिन अफ़सोस की अभी तक उन्हें पूरी तरह कनेक्शन नहीं उपलब्ध करवाया गया। यहां तक नए पानी के कनेक्शन की कुछ पाइपें भी रास्ते में ही काट दी गई हैं और विभागीय बाबुओं को इसकी कोई परवाह नहीं।
कुछ ही दिन पहले श़िकायत करने कर्मचारी और जेई साहिब भी मौके पर पहुंचे, लेकिन एक बार फिर खानापूर्ती हुई और ने तो पानी सही मिला और नए कनेक्शन को अलग करके सारे कर्मचारी चल दिए। कर्मचारियों ने कहा कि अगले दिन काम हो जाएगा, लेकिन वो अगल दिन अभी तक नहीं आया।
इस सारे वाक्या को देखते हुए समाचार फर्स्ट ने बकायदा कांगड़ा डीविजन के एसडीओ साहिब और जेई अवतार को दोबारा फोन करना चाहा। लेकिन दोनों बाबु श़ायद काम में व्यस्त होंगे या फिर फोन साइलेंट पर होगा। वहीं, कुछ परिवारों के लोगों का कहना है कि अग़र जल्द उन्हें पानी की सही सुविधा या फिर नए कनेक्शन पूरी तरह से नहीं मिला तो वे उच्च अधिकारियों के पास जाएंगे। उधर, हज़ारों की सैलरी पाने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को भी दात देनी होगी, जो न तो टाइम पर आते हैं और न ही उपभोक्ताओं की सुनते हैं।