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मांगों पर अड़े छात्र, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन पांचवें दिन भी जारी

पी. चंद |

मूलभूत सुविधाओं के लिए शिमला की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी घंडल में छात्रों का आंदोलन पांचवे दिन भी जारी है। छात्र आंदोलन के बीच प्रशासन ने 18 से 25 सितंबर तक विश्वविद्यालय बंद करने का फरमान जारी किया है। पांच दिनों से चल रहे छात्र आंदोलन को दबाने के लिए प्रशासन ने यह रास्ता निकाला है। लेकिन विश्व विद्यालय में साधनों और सुविधाओं की कमी को लेकर छात्र हड़ताल पर है औऱ आंदोलनरत छात्र अपनी मांगे पूरी होने तक हड़ताल वापस लेने को तैयार नहीं।

परिसर में रात को अगर कोई छात्र रहता है तो वह उसकी जिम्मेवारी होगी। आदेशों में साफ कहा है कि अगर 20 सितंबर तक कोई छात्र हॉस्टल खाली नहीं करता है तो ऐसे छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। यूनिवर्सिटी के कुलसचिव की तरफ से जारी आदेशों में कहा कि छात्रों से समस्याओं पर बात की है और समस्याएं हल करने की बात कही गई है। बावजूद इसके छात्र धरने को समाप्त नहीं कर रहे हैं। धरने पर बैठे छात्रों को छात्रावास में खाना बराबर दिया जा रहा है। धरने पर बैठे छात्रों पर भी प्रशासन नजर रखे हुए हैं।

यूनिवर्सिटी और छात्रावासों में पेयजल से लेकर खाने की गुणवत्ता के साथ ही अन्य समस्याओं की लंबी फेहरिस्त के साथ आंदोलन कर रहे इन छात्रों ने मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रखने की बात कही है। छात्रों का कहना है कि लाखों की भारी भरकम फीस देने के बावजूद उन्हें मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है। यूनिवर्सिटी में चार सौ के करीब छात्र-छात्राओं के लिए मेडिकल तक की सुविधा नहीं है।

हालांकि, यूनिवर्सिटी के शिक्षकों ने बुधवार को धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं से बातचीत की लेकिन उसमें उन्हें दिए जा रहे आश्वासनों पर छात्र आंदोलन स्थगित करने पर राजी नहीं हुए। छात्रों का प्रतिनिधिमंडल यूनिवर्सिटी के चांसलर एवं उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से भी मिला था। इसके बावजूद छात्र संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने अपने धरने का जारी रखा है। यूनिवर्सिटी प्रशासन अब छात्रों के अभिभावकों को फोन से संपर्क कर रही है, जिसमें विवि को एक सप्ताह के लिए बंद किए जाने की सूचना दी जा रही है।