मंडी जोगिंदर नगर की बैंड-बाजा पार्टियों, शहनाई, ढोल नगाड़ा और अन्य वाद्य यंत्र बजाने वाले कलाकारों और बजंतरियों ने आज एक बार फिर से जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज के नेतृत्व में एसडीएम से मिलकर उनको मांगों संबंधी ज्ञापन सौंपा।
जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने कहा कि जब सरकार ने बसें चलानी शुरू कर दी हैँ सभी दफ्तर खोल दिए हैँ, बाजार खोल दिए हैँ तो फिर शादियों में 20 के साथ 5 बाजे वाले भी जुड़ जायेंगे तो क्या आफत आ जाएगी। मंत्रियों और विधायकों के दौरों में यदि 100 से ज्यादा की भीड़ जुटा कर बैंड बाजा बज सकता है तो शादी में 20 लोगों के साथ ही 5-7 बैंड बाजे वालों को परमिशन देने में क्या समस्या है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल लॉकडाउन के बाद से बैंड पार्टियों और अन्य वाद्य यंत्रों के बजंतरियों को भारी आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ा है। जोगिंदर नगर के विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे सैंकड़ों लोग हैं जो अपने आप में समृद्ध कलाकार हैं। सैंकड़ों कलाकार बैंड बाजा बजा कर, शहनाई बजा कर या ढ़ोल-नगाड़े आदि बजा कर न केवल विवाह-शादियों, समारोहों, तीज-त्योहारों व अन्य कई कार्यक्रमों में चार चाँद लगाते हुए लोगों का मनोरंजन भी करते हैं और इससे अपनी आजीविका भी चलाते हैं। लेकिन लॉकडाउन के बाद से ही इनका काम-धंधा बंद पड़ा है और कमाई के अन्य कोई साधन न होने से घर-गृहस्थी चलाने में भी समस्या आ रही है।
जब भी शादियों या अन्य समारोहों का सीजन आता है तो पाबन्दियां लग जाने से इन सभी कलाकारों की आजीविका पर सबसे बुरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने मांग की कि प्रतिबंधों के कारण इनके रोजगार पर पड़े विपरीत प्रभाव के कारण सभी बैंड पार्टियों और अन्य वाद्य यंत्रों के कलाकारों को फौरी तौर पर राशन की जरूरत है। इस लिए सरकार को चाहिए कि प्रशासन की तरफ से उनको राशन भी उपलब्ध करवाया जाये। इसके अलावा लॉकडाउन, कोरोना कर्फ़्यू व पाबन्दियों से प्रभावित हुए ऐसे सब लोगों को अगले 6 महीने तक उनके बैंक खातों में प्रतिमाह 7500 कैश ट्रांसफर से उपलब्ध करवाया जाये और अगले 6 महीने तक सभी जरूरतमंद परिवारों को प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम राशन हर महीने मुफ्त में उपलब्ध करवाया जाये।