सतलुज नदी पर बने कोल डैम की झील तत्तापानी में अचानक डूब रहे व्यक्ति को बचाने वाले 16 साल के राहुल रैणा की बहादुरी की चर्चा पूरे क्षेत्र में है। अब इस युवक को वीरता पुरस्कार से नवाजने की मांग कई संस्थाओं ने कर दी है।
दरअसल, मंडी के तत्तापानी के होटल व्यवसायी प्रेम रैणा के 16 वर्षीय बेटे राहुल रैणा ने 24 जून को जब देखा कि व्यक्ति अचानक झील में डूब रहा है। उसकी सांसे उखड़ रही हैं, लोग बचाओ बचाओ चिल्ला रहे हैं मगर कोई सतलुज के इस गहरे औऱ तेज ठंडे बर्फीले पानी में कूदने की हिम्मत नहीं कर रहा था। ऐसे में अपने घर के टैरेस पर टहल रहे राहुल रैणा से रहा नहीं गया और वह अपनी जान की परवाह किए बिना ही झील में कूद गया औऱ उक्त व्यक्ति मीन चंद को मौत के जबड़े से बाहर खींच लाया।
16 साल के इस बालक के अदम्स साहस को देख कर हर कोई अचंभित रह गया। किसी ने सोचा भी नहीं था कि जहां सैंकड़ों लोग डूब रहे एक व्यक्ति को महज तमाशे की तरह देख रहे थे वहीं एक बालक अपनी जान हथेली पर रख कर ठंडे, तेज और गहरे पानी में कूद गया। उसने अपनी नन्हीं बांहों में मीन चंद को जकड़ा और झील किनारे ले आया।
गौरतलब है कि कोई इन दिनों इन नदियों के पानी में उतरने का साहस नहीं कर पाता मगर राहुल के इस साहस के आगे सब नतमस्तक हैं। अब जिला, उपमंडल औऱ प्रदेश की दर्जनों संस्थाओं ने इस युवक के साहस की सराहना करते हुए उसे वीरता पुरस्कार से सम्मानित करने का आग्रह देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,प्रदेश के मुख्यमंत्री, जिलाधीश मंडी और एसडीएम मंडी से की है। इन संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षरयुक्त पत्र राहुल को वीरता पुरस्कार से नवाजे जाने का भेजा है।