सिरमौर युवा मंच के अध्यक्ष अनिल ठाकुर ने जनजातिय विभाग की निदेशक अर्पणा नेगी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अनिल ठाकुर का कहना है कि पिछले एक साथ से निदेशक ने औपचारिकताएं पूरी करने वाली फाइल को दबा रखा है, जिससे ट्रांसगिरी क्षेत्र को विशेष एसटी का दर्जा मिलने में देरी हो रही है। इसी कड़ी में अनिल शर्मा ने उपकुलपति को ज्ञापन भी सौंपा है और जल्द इस पर निदेशक द्वारा रिपोर्ट भेजने की मांग उठाई है।
ग़ौरतलब हैकि सिरमौर के ट्रांसगिरी क्षेत्र को विशेष एसटी का दर्जा दिए जाने को लेकर एक रिपोर्ट केंद्र को भेजी गई थी, जिसमें कुछ खामियां मिलने पर उन्हें दूर करने के लिए हिमाचल विश्वविद्यालय के जनजातिय विभाग के माध्यम से इन औपचारिकताएं पूरी करने को कहा गया, लेकिन एक साल बीत गया और अभी तक रिपोर्ट नहीं भेजी गई।