नूरपुर स्कूल बस हादसे के बाद भी प्राइवेट स्कूल अपनी गतिविधियों से बाज़ नहीं आ रहे हैं। अभी इस हादसे को हुए एक महीना नहीं हुआ कि स्कूल बसें पहले की तरह फिर तेज रफ्तार में सड़कों पर दौड़ती नज़र आ रही हैं। सरकार बेशक दावे करे कि स्कूलों बसों को पूरी रेगूलेशन से चलाया जाएगा, लेकिन न ही स्कूल बसों में स्पीड जैमर नज़र आ रहे हैं और न ही चालकों की रफ्तार कम हो रही है।
इसी कड़ी में शुक्रवार को हमीरपुर एसपी ने स्कूलों बसों के ख़िलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई। एसपी की अगुवाई में पुलिस ने 80 बसों की चैकिंग की गई और क़रीब 25 बसों के ओवरस्पीड के चालान काटे। साथ ही पुलिस ने चालकों को भी हिदासत दी कि वे नियमों से काम करें, अन्यथा उनपर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने अभियान नूरपुर हादसे के मद्देनज़र चलाया था, जिसमें अभी तक कई स्कूलों और चालकों की नाकामियां सामने आ रही हैं।
बताया जा रहा है कि जिला हमीरपुर में जितने भी बड़े-बड़े CBSE स्कूल हैं, वे अभी तक इस मामले को लेकर सीरियस नहीं है। स्कूलों बसों में ओवरलोडिंग जारी हैं और बसे नियमों का उल्लंघन करके चलाई जा रही हैं। यदि उन्हें पकड़ा जाता है तो चालान देकर मामला रफा-दफा कर दिया जाता है, लेकिन कोई बड़ी कार्रवाई नहीं होती।