नगर निगम शिमला में एक बार फिर गुटबाजी देखने को मिली है। दरअसल, बुधवार को मेयर, डिप्टी मेयर सहित सभी पार्षदों का मुख्यमंत्री से मिलने का कार्यक्रम था, जिसमें नगर निगम के कार्यालय टाऊन हॉल मे वापस आने को लेकर चर्चा होनी थी। लेकिन, इस दौरान ये मीटिंग केवल कुछ ही पार्षदों के साथ हुई और इस मीटिंग में बीजेपी के कुछ पार्षद नहीं पहुंचे।
बताया जा रहा है कि ये सिर्फ वही पार्षद बैठक में नहीं पहुंचे जो मेयर को हटाने की लॉबिंग कर रहे हैं। इन बीजेपी पार्षदों में किमी सूद, आरती शर्मा, पूर्ण चंद, सत्या कौंडल, कमलेश और शैलेन्द्र चौहान के नाम शामिल है। इन सभी पार्षदो को शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज के गुट का माना जाता है। ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि नगर निगम भाजपा के अंदरखाते क्या कोई खिचड़ी पक रही है और विरोध की चिंगारी सुलग रही है?
लिहाजा, मुख्यमंत्री के साथ हुई इस बैठक में कांग्रेस के भी दो पार्षद और सीपीआईएम की एकमात्र पार्षद भी पहुंची।