शिमला के रिज मैदान पर पिछले लम्बे समय से घोड़ों से अपनी रोजी चलाने वालों को अब घोड़ों की लिद उठाने के लिए निगम ने उनसे 1 लाख 25 हज़ार वसूलने का फैसला लिया है या फिर अपने लोगों को लिद उठाने के लिए रखना होगा।
घोड़ा मालिकों का कहना है कि नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली ने उन्हें बातचीत के लिए बुलाया और कहा है कि यदि वह पैसे नहीं दे सकते तो अपने लोग घोड़े की लीद उठाने के लिए रखें। उनका कहना है कि पहले ही काम नहीं चल रहा है, रोज 200-300 रूपए ज्यादा से ज्यादा बन रहे है। उसमें हम घोड़ों को खिलाएं खुद खाएं या परिवार को देखें। घोड़ों के पंजीकरण का पैसा भी 350 से बढ़ाकर 500 कर दिया है, हम उसको नहीं दे पा रहे है ये पैसा कहां से देंगे।