स्मार्ट सिटी धर्मशाला के जिन इलाकों में कॉन्क्रीट की सड़कें बनाई गई हैं, वे आए दिन ख़तरे की घंटी बजा रही है। हर दूसरे दिन यहां किसी की गाड़ी फंस जाती या फिर पास लेने के लिए दूर जाना पड़ता है। दरअसल, निगम प्रशासन ने यहां जो कॉन्क्रीट सड़कें बनाई है उनके कॉर्नर्स न तो ढके गए हैं और न ही इनपर पैरापिट या ग्रिल लगाई गई है। यहां तक कि ये सकरी सड़कें नालियों से काफी ऊंचाई पर हैं, जिससे लोगों को काफी दिक्कतें आ रही हैं।
लोगों का कहना है कि एक तो सड़कें सकरी हो गई हैं और उपर से प्रशासन ने इसके कॉर्नर्स भी सही से नहीं बनाए हैं। तीखे कॉर्नर होने से अक्सर यहां गाड़ी पास लेते वक़्त या मोड़ काटते वक़्त फंस जाती है और नालियां काफी नीचे होने के चलते सीधे गाड़ियों को नुक्सान पहुंचता है। यहां तक की प्रशासन की ओर से कोई ग्रिल या फिर पैरापिट भी नहीं लगाए गए, जिससे व्यक्ति पहले ही सावधान होकर चले।
इस योजना में साढ़े 18 करोड़ इन सड़कों के लिए ख़र्च किये जा चुके हैं, जिसमें केंद्र ने 80 फीसदी की मदद दी है। इसके बावजूद भी अभी तक ये प्रोजेक्ट्स पूरी तरह कंप्लीट नहीं हुआ, लेकिन इसकी वजह से लोगों को परेशानियां जरूर आ रही हैं। लिहाजा, सवाल उठाने पर लोक निर्माण विभाग के पूर्व अधिशाषी अभियंता विजय चौधरी ने 'फुटपाथ बनाए जाएंगे' का बहाना बनाकर पल्ला झाड़ दिया। चौधरी ने कहा कि सड़क के किनारों को इसलिये नहीं ढका गया, क्योंकि योजना के मुताबिक इनपर फुटपाथ बनाए जाएंगे।
ग़ौरतलब है कि स्मार्ट सिटी ने स्मार्ट होने के लिए सड़कों को परमानेंट तो कर दिया, लेकिन कुछ कमियों के चलते लोगों की दिक्कतें भी लाज़मी हैं। जाहिर है कि यदि फुटपाथ बनने ही हैं तो तब तक लोगों की दिक्कतों को भी प्रशासन को ध्यान में रख़ना चाहिए।