इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसने प्रदेश में सरकारी स्कूलों की पोल खोल दी है। जी हां, वीडियो में साफ दिख रहा है कि स्कूल प्रशासन बच्चों को पढ़ाई देने की बजाय, उनसे मजदूरी करवा रहा है। भवन निर्माण के लिए बच्चे खुद रेत-बजरा ढो रहे हैं, जबकि प्रिसिंपल जेलर की तरह हाथ पे हाथ रखकर उन छात्रों में नज़र रख़ रहा है।
जानकारी के मुताबिक, ये वायरल वीडियो सिरमौर के शिलाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टटियाना का बताया गया है, जहां ये शर्मनाक हरक़त पेश में आई है। बताया जा रहा है कि स्कूल में भवन निर्माण औऱ दीवार का काम चल रहा है, जिसके चलते स्कूल प्रशासन बच्चों से मज़दूरी करवा रहा है। स्थानीय लोगों को कहना है कि मामले की सही ढंग से जांच होनी चाहिए, यदि वायरल वीडियो सच साबित होता है तो प्रशासन पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
ग़ौरतलब है कि वायरल वीडियो सच पाया जाता है तो इसे देख़कर ये कहना ग़लत नहीं होगा कि छात्रों के सरकारी स्कूलों से पिछड़ने का और प्राइवेट-महंगे स्कूलों के रूख करने का यही कारण है। वहीं, स्कूल प्रशासन की जवाबदेही लाजमी है क्योंकि सरकार की ओर से जो पैसा आ रहा है, कहीं उसका दुरुपयोग तो नहीं हो रहा…? लिहाजा, सरकार भी इन स्कूलों को बढ़ावा देने की बात करती है, लेकिन प्रदेश में ऐसी घटनाएं सरकारी स्कूलों को स्थिति को दर्शाती है।