पहाड़ी प्रदेश हिमाचल को मॉनसून के शुरुआती दौर में ही भारी जानमाल का नुकसान उठाना पड़ा है. जुलाई के शुरू में हुई मॉनसून की बारिश से अभी तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 104 लोग घायल हुए हैं. 150 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति पानी बहा कर ले गया है. इसमें अधिकतर नुकसान लोक निर्माण विभाग को पहुंचा है.
इस दौरान 62 पशु पक्षियों की भी जान चली गई. 100 से ज्यादा घर दुकानों को बरसात से नुकसान पहुंचा है. 62 गौशाला बह गईं. 78 मौतों में से सबसे ज्यादा 50 मौतें वाहन दुर्घटनाओं से हुई हैं. सांप के काटने से 8 मौत हुई, 3 मौतें करंट लगने और बाकी मौतें बाढ़ या लैंडस्लाइड की वजह से हुई हैं. कई जगहों पर बरसात ने रौद्र रूप दिखाया है.
आपदा प्रबंधन के उपाध्यक्ष रणधीर शर्मा ने बताया की इस बार मॉनसून के शुरुआती दौर में ही भारी नुकसान हो गया है. बारिश इतनी ज्यादा नहीं हुई लेकिन जहां बारिश हुई वहां भारी नुकसान हुआ है. बाढ़ और सड़क हादसों से जानमाल का नुकसान हुआ है. हर साल हिमाचल में बरसात में भारी नुकसान होता है. सरकार ने इसको लेकर पहले ही जिलाधीशों को आपदा से निपटने के दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं. प्राकृतिक अपदाओं पर तो किसी का वश नहीं है लेकिन अपदाओं में जानमाल का नुकसान कम हो इसके लिए राहत बचाव जल्द शुरू करने के आदेश जारी किए गए हैं.
उधर मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है और लोगों को नदी नालों के समीप न जाने की सलाह दी है.