हिमाचल प्रदेश नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति अपनाने के बाद हिमाचल प्रदेश तीसरी कक्षा से संस्कृत पढ़ाने वाला, छठी कक्षा से वैदिक गणित पढ़ाने वाला और नवीं क्लास से भगवद् गीता पढ़ाने वाला पहला राज्य बन जायेगा। शैक्षणिक सत्र 2022-23 से हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड देश का पहला ऐसा बोर्ड बनेगा, जो तीसरी कक्षा से संस्कृत विषय को शुरू करेगा। इसी तरह छठी क्लास से वैदिक गणित पढाया जायेगा जबकि नवीं से 12वीं तक के विधार्थियों को भगवद् गीता पढाई जायेगी। वैसे भी हिमाचल प्रदेश ने संस्कृत को हिंदी के बाद दूसरी राज भाषा घोषित कर रखा है।
वीओ,,,हिमाचल प्रदेश उच्चतर शिक्षा निदेशक डॉ अमरजीत का कहना है की शिक्षा शैक्षणिक सत्र-2022-23 से तीसरी कक्षा से संस्कृत और छठी कक्षा से वैदिक गणित की पढ़ाई शुरू करेगा। तीसरी और चौथी कक्षा में संस्कृत विषय पर वार्षिक परीक्षाओं के दौरान मौखिक प्रश्न पूछे जाएंगे, जबकि पांचवीं कक्षा में इस विषय की लिखित परीक्षा होगी। इस दौरान छठी कक्षा में गणित विषय में दो से तीन अध्याय वैदिक गणित के भी जोड़े जाएंगे, ताकि छात्रों पर बोझ न पड़े।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में शुरू हुई टर्म प्रणाली के तहत हर टर्म में वैदिक गणित से तीन-तीन अंक का प्रश्न पूछा जाएगा। इसके अलावा भगवद् गीता को 9वीं से 12वी कक्षा तक पढ़ाने का भी निर्णय लिया गया है।