वन्य प्राणी विभाग ने हिमाचल में पहला थ्री डी थियेटर तैयार किया है. कुफरी जू में आने वाले सैलानी अब यहां फिल्मों का भी लुत्फ ले पाएंगे. सैलानी जू में ज्यादा से ज्यादा वक्त गुजारें इसके लिए यह थियेटर बनाया गया है. इस थियेटर में एक समय में 42 लोग बैठ पाएंगे. थियेटर के माध्यम से विश्व भर में पर्यावरण और वन्य जीवों पर तैयार की गई फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी. कुफरी समेत प्रदेश के तीन अन्य जू को विकसित करने के लिए भारी-भरकम बजट मंजूर किया गया है.
कुफरी के अलावा गोपालपुर, रिवाल्सर और रेणुकाजी में पांच करोड़ आठ लाख रुपए की लागत से जू को विकसित किया जाएगा. हालांकि अन्य जू में थ्री डी थियेटर नहीं बनाए जा रहे हैं. इकलौते कुफरी क्षेत्र में ही थ्री डी थियेटर का निर्माण होगा. इसके अलावा कुफरी में वन्य प्राणी विभाग काले भालूओं को भी रखने की तैयारी में है. कूफरी में जल्द ही काले भालू भी नजर आएंगे. वन्य प्राणी विभाग ने इसके लिए तैयारियां तेज कर दी हैं.
उधर, वन्य प्राणी विभाग के प्रधान मुख्य अरण्यपाल राजीव कुमार ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि कुफरी में थ्री डी थियेटर तैयार हो गया है. यहां एक साथ 42 लोग वन्य प्राणियों पर बनी फिल्मों का लुत्फ ले पाएंगे. उन्होंने बताया कि इसके साथ ही प्रदेश भर में अन्य चिड़िया घरों के विकास के लिए कार्य किया जा रहा है. जिसके तहत प्रदेश के चार चिड़ियाघरों को विशेष योजना के दायरे में रखा गया है. जिसके लिए पांच करोड़ की राशि खर्च की जा रही है.
इसके साथ ही प्रदेश भर के अन्य चिडिय़ाघर को भी विकसित करने की तैयारी है. उन्होंने बताया कि चिडिय़ा घरों के विकास के लिए बड़े स्तर पर प्रदेश भर में कार्य किया जा रहा है. इसी कड़ी में हिमाचल के चार चिडिय़ा घरों को विशेष योजना के दायरे में लाया गया है. इसमें पांच करोड़ से ज्यादा की धनराशि खर्च की जा रही है. उन्होंने बताया कि थ्री डी थियेटर फिलहाल प्रदेश के एक ही जू में बनकर तैयार हुआ है