देश आज कारगिल युद्ध की वर्षगांठ मना रहा है. साल 1999 में भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच सीमा विवाद को लेकर कारगिल का युद्ध हुआ था.पाकिस्तानी सेना ने भारतीय क्षेत्र कारगिल की ऊंची चोटियों पर कब्जा कर लिया था लेकिन भारत के जबांज सैनिकों ने पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ दिया. भारतीय सेना ने “ऑपरेशन विजय” को अंजाम देते हुए के टाइगर हिल और अन्य चौकियों पर कब्जा कर लिया. लद्दाख के कारगिल में पाकिस्तानी सेना के साथ 60 दिनों से अधिक समय तक युद्ध चला था.
इस दिन को आज भी याद किया जाता है साथ इस युद्ध में शहीद हुए जवानों की शहादत को भी याद किया जाता है. शिमला में भी कारगिल युद्ध की वर्षगांठ पर शहीदों को याद किया गया. शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने इस मौके पर कहा कि इस युद्ध में 576 जवानों ने अपनी सहादत दी थी जिनमें 52 हिमाचल के वीर थे. चार परमवीर चक्रों में से दो हिमाचल के वीर जवानों के नाम रहे. भारत ने कभी किसी की संप्रभुता को नही छेड़ा, लेकिन भारत माता पर किसी ने नज़र उठा कर देखा तो उसे छोड़ा नही, कारगिल युद्ध में पाक को नाको चने चवा दिए थे.