शिमला शहर के सभी 8 गुरुद्वारों की कार्यकारिणी समितियों के प्रतिनिधियों का एक प्रतिनियुक्ति, जसविंदर सिंह के अध्यक्ष श्री गुरु सिंह सभा शिमला के अध्यक्ष ने किसी अवांछित गतिविधि की निंदा की है. आईजीएमसी परिसर में मरीजों से पैसे लिये जा रहे हैं, जबकि अब तक यह सेवा नि:शुल्क की जा रही थी.
हाल ही में सोशल मीडिया में गरीबों से पैसे लेने के आरोप पर प्रकाश डाला गया है. जिसको लेकर सिख समुदाय के बीच भारी आक्रोश है जिसको लेकर उन्होंने इस बारे में मामला दर्ज करने के लिए विस्तृत ज्ञापन उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी को सौंपा है.
सिख समुदाय ने कड़ी निंदा की है और कहा है कि नोफेल सोसायटी की इस कार्रवाई ने एक बड़ा झटका पैदा किया है और संत सिक्ख के बीच आक्रोश की लहर पैदा हुई है. सिखों ने गुरु नानक देव जी के फोटोग्राफ के साथ “गुरु नानक का लंगर” के चित्रण की निंदा की और इस भ्रामक बैनर के तहत मुफ्त सेवा के बजाय, कुछ लोग गरीबों से पैसा ले रहे हैं.
श्री गुरु सिंह सभा ने कहा कि इस प्रकार के शोषण से गुरु नानक देव जी द्वारा शुरू की गई लंगर की स्थापित भावना और मानवता की सेवा का घोर अनादर होता है, जबकि पूरे विश्व में कोई भी सेवा सिख गुरु के नाम से नहीं दी जाती है. प्रतिनियुक्ति ने मांग की कि गुरु का लंगर और धन संग्रह के लिए लगाए गए सभी बैनरों को हटा दिया जाए.