➤ हिमाचल में आपदा राहत के लिए सुक्खू सरकार का कदम, सीमित संसाधनों से देगी राहत पैकेज
➤ सीएम ने केंद्र से विशेष राहत पैकेज की माँग की, शाह, सीतारमण व गडकरी से की मुलाकात
➤ बेघर लोगों को रेस्ट हाउस व भवनों में शरण, किराये पर रहने वालों को मिलेंगे 5000 रुपये
हिमाचल प्रदेश में बरसात और आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपने सीमित संसाधनों से राहत पैकेज जारी करेगी और प्रभावितों के पुनर्वास की जिम्मेदारी स्वयं उठाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर विशेष राहत पैकेज की मांग भी की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गृह मंत्री अमित शाह हिमाचल दौरे के दौरान इस पैकेज की घोषणा करेंगे। उन्होंने बताया कि सरकार ने आपदा से बेघर हुए लोगों के लिए सरकारी रेस्ट हाउस और अन्य भवनों में रहने की व्यवस्था की है। इसके अतिरिक्त, जो लोग किराए के मकानों में रह रहे हैं, उन्हें प्रति माह ₹5000 किराये के रूप में सहायता दी जा रही है। इसके लिए प्रभावितों को पटवारी या उपायुक्त से प्रमाणित करवाकर देना होगा कि वे किराये के मकान में रह रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार वन भूमि को प्रभावितों को नहीं दे सकती, लेकिन अगर कोई सरकारी भूमि उपलब्ध है जो वन भूमि नहीं है, तो वह पुनर्वास के लिए आवंटित की जाएगी।
सुक्खू ने यह भी बताया कि वह पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से लगातार संपर्क में हैं, क्योंकि सराज क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। मंडी के धर्मपुर और करसोग सहित कई क्षेत्रों में बाढ़, भूस्खलन और संपत्ति का नुकसान हुआ है, जिस पर सरकार पूरी गंभीरता से राहत कार्य चला रही है।



