हिमाचल प्रदेश के गरीब छात्रों को यूपीएससी की कोचिंग लेने के लिए अब बड़े शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा. हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय व डा. अंबेडकर फाउंडेशन के सहयोग से डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया गया है, जिसमें अनुसूचित जाति के 100 अभ्यर्थियों को यूपीएससी की परीक्षा के लिए निशुल्क कोचिंग दी जा रही है. इस केंद्र का आज राज्यसभा सदस्य इंदु गोस्वामी ने विधिवत रूप से शुभारंभ किया.
इस अवसर पर इंदु गौस्वामी ने कहा कि यह केंद्र सरकार का बहुत अच्छा प्रयास है. यूनिवर्सिटी में कोचिंग लेने से विद्यार्थी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार होकर अपना भविष्य सवार सकते हैं साथ ही देश की सेवा में भी योगदान दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस केंद्र में अनुसूचित जाति के छात्रों को जो कई बार हायर एजुकेशन के बाद यूपीएससी की तैयारी करना चाहते थे लेकिन आर्थिक परिस्थितियों के कारण वह ऐसा करने में असमर्थ रहते थे, लेकिन अब केंद्र सरकार की धरमशाला सैन्ट्रल यूनिवर्सिटी में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय व डा. अंबेडकर फाउंडेशन के सहयोग से डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र स्थापित होने से ऐसे छात्रों को यूपीएससी की तैयारी करने में काफी मदद मिलेगी.
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर कांगड़ा उपायुक्त डा. निपुण जिंदल और विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल उपस्थित रहे.
बता दें कि इस केंद्र में निशुल्क कोचिंग हासिल करने वाले विद्यार्थियों को प्रदेश के युवा अधिकारियों से भी मिलवाया जाएगा. ये अधिकारी अपने अनुभव विद्यार्थियों के साथ शेयर कर पाएंगे, जिससे स्टूडेंट्स अपने आप को कॉम्पीटेटिव एग्जाम के लिए तैयार कर सकेंगे. यूनिवर्सिटी में ही बच्चों को किताबें, इंटरनेट और लाइब्रेरी की सुविधा मिलेगी. केंद्र सरकार इसका वहन करेगी. सेंट्रल यूनिवर्सिटी को इसके लिए कुल 400 आवेदन आए थे, जिसमें से 100 छात्रों को चुना गया है.