प्रदेश में इस बार 4 दवाइयों के सैंपल फेल हुए हैं। केन्द्र दवा मानक नियंत्रक संगठन ने इस माह का ड्रग अलर्ट जारी किया है। काफी समय बाद हिमाचल की दवाइयों के सैंपल फेल होने का आंकड़ा 5 से कम हुआ है। यह प्रदेश में कार्यरत दवा उद्योगों के लिए राहत की खबर है। पिछले कुछ महीनों से जिन दवाइयों के सैंपल फेल हो रहे थे उनमें से हर तीसरी दवा हिमाचल में बन रही थी। इसके कारण प्रदेश की छवि को भी नुकसान हो रहा था। ऐसा लग रहा है कि फार्मा उद्योग में पिछले कुछ समय में स्थितियां बदली है। इसका अनुकूल असर दवाइयों की गुणवत्ता पर भी पड़ा है। हार्ट, एंटी बायोटिक, थायराइड, एंटी एजर्ली और विटामिन सहित 26 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। इसमें कुछ ऐसी दवाइयां भी हैं जिनकी बिक्री पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
इन कंपनियों के सैंपल के बैच किए रिकॉल
एंगलो फ्रैंच ड्रग एंड इंडस्ट्रीज बद्दी की टेटरिन (थायरोक्सिन) 100 एमसीजी का बैच नंबर A0201, नवकार लाइफ साइंस बद्दी की एल्डेफोल एक्सटी का बैच नम्बर एनवी 7023, विजा ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल बद्दी की पैरासिटामोल का बैच नम्बर जीटी 16167 और मैडिपोल फार्मास्युटिकल इंडिया बद्दी की मिथिल का बैच नम्बर टीएमईजी 019 का सैंपल फेल हुआ है। इन सभी दवाओं के फेल हुए सैंपल के बैच बाजार से रिकॉल किए गए हैं।