ऊना में प्रदेश का सबसे लंबा पुल बनने जा रहा है। इसका निर्माण युद्ध स्तर पर जारी है। ऊना की स्वां खड्ढ पर हरोली और रामपुर के बीच इस पुल का निर्माण हो रहा है। हिमाचल सरकार ने दिसंबर, 2015 में पुल बनाने के लिए 56 करोड़ 22 लाख 33 हजार रुपये में टैंडर हरियाणा की कंपनी को अलॉट किए थे। स्वां खड्ड पर इस पुल का निर्माण हो रहा है। पुल की लंबाई 773 मीटर है। यह प्रदेश का सबसे लंबा पुल होगा। इस पुल के कुल 19 स्पैन बनाए जाएंगे, इनमें 14 बनकर तैयार हो चुके हैं। पांच स्पैन का काम जारी है।
जानकारी के अनुसार, अगले 3 महीने में यह ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा। कंस्ट्रक्शन कंपनी के इंजीनियर और कर्मचारी काम में जुटे हैं। हरियाणा के पंचकूला की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को पुल निर्माण जिम्मा मिला है।
ऊना से हरोली की दूरी होगी कम
रामपुर पुल के निर्माण से ऊना की हरोली से दूरी आठ किलोमीटर रह जाएगी। यह सफर कुछ ही मिनटों में पूरा हो सकेगा। ऊना से हरोली की दूरी फिलहाल 16 किलोमीटर है। जो पुल के बनने के बाद आधी रह जाएगी। मौजूदा समय में हरोली के लिए घालूवाल के रास्ते लोग ऊना जाते हैं। अगले साल फरवरी तक पुल बनकर तैयार होने का दावा है।
एशिया का सबसे ऊंचा पुल भी हिमाचल में
हाल ही में एशिया का सबसे ऊंचा पुल भी हिमाचल में बनाया गया है. यह 120 मीटर लंबा और 150 मीटर की ऊंचाई पर निर्मित है। इस एतिहासिक पुल से लाहौल-स्पीति घाटी के दुर्गम गांव चिचम को फायदा हुआ है। साढ़े 5 करोड़ की लागत से तैयार हुए पुल से क्योटो चिचम काजा से जुड़ गया है।