कांग्रेस में टिकट आवंटन को लेकर करवाए गए सर्वे पर कांग्रेस के ही नेता सवाल खड़े कर रहे है. कांग्रेस के पूर्व विधायक सुभाष मगलेट के बाद अब कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता और उपाध्यक्ष महेंद्र चौहान ने पार्टी सर्वे पर सवाल खड़े किए हैं और सर्वे को फर्जी करार दिया है.
शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान महेंद्र चौहान ने कहा कि वे 40 सालो से कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े है और जिला परिषद से लेकर पार्षद के चुनाव जीते है. 2017 में नगर निगम के चुनाव आजाद जीते ओर भाजपा ने काफी दबाव डाला लेकिन वे कांग्रेस में शामिल हुए उस समय भी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस से टिकट के लिए आवेदन किया था . टिकट नहीं दी गई लेकिन फिर भी उन्होंने पार्टी से बगावत नहीं की और पार्टी के लिए काम किया. इस बार विधानसभा चुनाव के लिए आवेदन किया लेकिन बड़ी हैरानी की बात है उनका नाम पैनल में शामिल तक नहीं किया गया जबकि वह 40 सालों से पार्टी के साथ जुड़े हैं.
कांग्रेस ने सर्वे के आधार पर नेताओ को पैनल में शामिल किया .ये सर्वे कहा किया गया किसी को इसकी जानकारी नही है. उनकी शहर के हजारों लोगों से बात हुई है. किसी व्यक्ति द्वारा कांग्रेस के किसी भी सर्वे की बात नही की गई .ये सर्वे कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा मैनेज किया गया और बन्द कमरे में सर्वे करवाए गए है.ऐसे लोगो को कांग्रेस ने अपने पैनल में शामिल किया जिन्हें लोग जानते तक नहीं है .
उन्होंने कांग्रेस की राष्टीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह सहित अन्य नेताओं से शिमला शहर सीट पर दोबारा सर्वे करवाने ओर पुर्नविचार करने की मांग की ओर यदि कांग्रेस इस पर विचार नहीं करती है तो वे आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे हालांकि उन्होंने भाजपा में शामिल होने से इंकार कर दिया.
शिमला शहर में स्मार्ट सिटी के तहत हुए कार्यो पर भी महेंद्र चौहान ने सवाल खड़े किए और कहा कि शहर में स्मार्ट सिटी के तहत डंगे लगाए गए और पैसे की बर्बादी की गई .शहर में ओवरब्रिज ऐसे बनाये गए हैं जहां न तो बजुर्ग ओर न ही बच्चे आ जा सकते है. शहर में करोड़ों के डंगे लगाए जा रहे हैं और नगर निगम के करोड़ों की कूड़े उठाने के लिए गाड़ियां खरीदी गई जिसमें घोटाले होने की आशंका है ऐसे में इन कार्यो की सीबीआई की जांच होनी चाहिए.