चार दिन पहले सुंदरनगर के ललित चौक पर दो बाईकरों में रेस लगी थे। उन्हीं में से एक बाईकर ने दो प्रवासी बच्चों सन्नी और समीर को ऐसी टक्कर मारी कि उनमें से सात साल का सन्नी पीजीआई चंडीगढ़ में कोमा में है। हांलाकि सुंदरनगर पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया है लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ। जबकि यह एक संगीन अपराध ही है और पुलिस के मुताबिक चालान कोर्ट में पेश किया जा रहा है। प्रशासन ने भी सात हजार देकर पल्ला छुड़वा लिया है।
एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान ने परिवार की और मदद करने का आश्वासन दिया है। हालांकि एक बच्चा सिविल अस्पताल से उपचार के बाद घर भेज दिया है लेकिन दूसरे बच्चे की चंडीगढ़ में हालत नाजुक बनी हुई है। परिवार के पास जो पैसा था वह खर्च हो चुका है, जबकि यह पैसा उन्होंने अपनी बेटी की शादी के लिए रखा हुआ था। प्रवासी परिवार बुरी तरह से सहमा हुआ है । परिवार ने हादसे के बाद रोटी तक नहीं खाई है। अब परिवार ने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि उनके परिवार को न्याय के साथ मुआवजा भी मिलना चाहिए।
इस बारे में एसडीएम राहुल चौहान ने बताया कि उक्त प्रभावित परिवार को रैडक्रॉस के माध्यम से भी मदद की जााएगी। फौरी राहत के तौर पर सात हजार की मदद कर दी गई है। उधर, इस बारे में एसएचओ सुंदरनगर कमल कांत ने बताया उक्त बाईकर के खिलाफ लापरवाही और तेज रफतारी करा मामला दर्ज कर कोर्ट में चालान पेश किया जा रहा है। वहीं, यदि आप भी मदद करना चाहते है तो 7876916303 पर संपर्क कर सकते है।