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हिमकेयर योजना में घोटाला हुआ, जांच करवाएगी सरकार: सीएम

• हिमकेयर योजना में घोटाले की विस्तृत जांच होगी
• खर्च राशि का ऑडिट कर रहा है प्रधान महालेखाकार
• सदन में नशा विरोधी संदेश वाली पोशाक पहनकर पहुंचे विधायक


शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सदन में कहा कि सरकार हिमकेयर योजना में हुए घोटाले की विस्तृत जांच करवाएगी। उन्होंने बताया कि योजना के तहत अब तक खर्च की गई राशि का ऑडिट प्रधान महालेखाकार हिमाचल प्रदेश की ओर से किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि योजना की मूल भावना से खिलवाड़ कर भ्रष्टाचार किया गया और निजी मेडिकल शॉप व निजी अस्पतालों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य से हिमकेयर योजना शुरू की गई थी, उसकी पूर्ति नहीं हुई। गरीबों और जरूरतमंद लोगों को इलाज देने के बजाय योजना का दुरुपयोग किया गया।

उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेजों में प्रिंसिपल व मेडिकल सुपरिटेंडेंट को एक वर्ष में चार महीने के लिए हिमकेयर कार्ड बनाने हेतु अधिकृत किया गया है, ताकि हर जरूरतमंद का कार्ड निर्बाध रूप से बन सके।

उधर, सदन में शुक्रवार को एक अलग दृश्य देखने को मिला। नशा मुक्त हिमाचल का संदेश लिखी विशेष पोशाक पहनकर विधायक विधानसभा पहुंचे। भाजपा विधायकों ने भी ‘चिट्टा मुक्त हिमाचल एक नया हिमाचल’ लिखी ड्रेस पहनकर सदन में प्रवेश किया।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि नशे के खिलाफ विपक्ष सरकार का हर संभव सहयोग करेगा और इस मुद्दे पर राजनीतिक मतभेद नहीं होने चाहिए।

स्पीकर ने 10 मिनट को स्थगित की विधानसभा की कार्यवाही


प्रश्नकाल के बाद राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी द्वारा नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के खिलाफ दिए विशेषाधिकार हनन नोटिस पर सत्तापक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक हुई। जगत नेगी ने इस मामले में स्पीकर से उचित कार्यवाही की मांग की।

इस पर स्पीकर ने कहा- इस विषय का विधानसभा सचिवालय द्वारा अध्ययन किया जाएगा। इसके बाद अध्ययन के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। इस पर सदन में हंगामा मच गया। इसके बाद स्पीकर ने 10 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया। कुछ देर बाद सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हो गई है।