ऐसे वक्त में जब सैंकड़ों पंचायतों से BPL परिवारों के गलत चयन व अमीरों और चहेतों को शामिल करने के आरोप लगते हैं. वहीं, BPLपरिवारों का चयन नए सिरे से करवाने का प्रस्ताव पारित कर दिया. पंचायत प्रधान शुभम शर्मा ने बताया कि 2018 के बाद यह पहला मौका था जब ग्राम सभा में BPL का मुद्दा रखा गया.
ग्राम पंचायत टांडू के 127 चयनित परिवारों में से 6 और पद रिक्त किए जाने थे. जिनके लिए 25 आवेदन पत्र प्रधान को आए थे. रविवार को सभा में इस विषय पर जब चर्चा शुरु की गई , तो लोगों में आपसी सहमति नहीं बनी जिसके पश्चात प्रधान शुभम शर्मा ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए , BPL पुन: सर्वेक्षण का फैसला लिया जिसका कोरम ने प्रस्ताव पारित कर दिया.
शुभम ने बताया की इस कार्यकाल की इस विषय को लेकर यह पहली सभा थी और इसमें रिक्त पदों को भरने का पंचायत की ओर से भरपूर प्रयास किया गया पर असहमति को मद्देनजर रखते हुए पुन: सर्वेक्षण का निर्णय लिया गया है जिसकी सूचना खंड विकास अधिकारी व उपमंडलाधिकारी को भी कर दी गई है. इसके साथ ही ग्राम सभा में पंचायत टांडू को बाल हितैषी पंचायत बनाने के बारे में भी मुहर लगाई गई जो की सराहनीय कदम है.
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