बड़सर उपमंडल के तहत ग्राम पंजायत बणी में प्रस्तावित स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण कार्य लंबे अरसे से लटका है। 2012 में बीजेपी सरकार ने स्वास्थ्य उपकेंद्र के निर्माण के लिए 17 लाख रुपये मंजूर किए थे। स्वास्थ्य उपकेंद्र के निर्माण के लिए भूमि के चयन भी कर लिया गया था, लेकिन सड़क सुविधा न होने के कारण लोक निर्माण विभाग और ग्रामीणों ने चयनित भूमि में इसका निर्माण करने से इनकार कर दिया। तब से लेकर आज दिन तक न तो स्वास्थ्य उपकेंद्र के निर्माण के लिए कहीं और भूमि का चयन हो पाया है और न ही इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि बणी पंचायत के एक ग्रामीण ने उपकेंद्र के निर्माण के लिए अपनी भूमि दान दी थी। लेकिन चयनित भूमि सड़क से काफी दूर होने के कारण लोगों ने यहां पर निर्माण कार्य को उचित नहीं समझा। लोगों का कहना है कि उपकेंद्र का निर्माण किसी सुविधाजनक स्थान पर होना चाहिए। क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन से स्वास्थ्य उपकेंद्र निर्माण के लिए उपयुक्त भूमि की मांग की है। बता दें कि मौजूदा समय में यह स्वास्थ्य उपकेंद्र पंचायत घर के एक कमरे में चलाया जा रहा है।
इस बारे में लोक निर्माण विभाग बड़सर के अधिशाषी अभियंता प्रमोद कश्यप का कहना है कि स्वास्थ्य उपकेंद्र के निर्माण के लिए उपयुक्त स्थान ना होंने के चलते निर्माण कार्य नहीं हो पाया है। भवन निर्माण के लिए जिस भूमि का चयन किया गया था ग्रामीण उसे रिजेक्ट कर चुके हैं। अब स्वास्थ्य विभाग ही भवन निर्माण के लिए नई भूमि उपलब्ध करवा सकता है।