● HPPCL के डायरेक्टर देशराज को सस्पेंड, हरिकेश मीणा और देशराज पर FIR दर्ज।
● मंत्रियों के आश्वासन के बाद विमल नेगी के परिजनों ने धरना समाप्त किया।
● ACS ओंकार चंद शर्मा को मामले की जांच का जिम्मा, 15 दिन में रिपोर्ट देनी होगी।
Vimal Negi Death Probe: शिमला में हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (HPPCL) के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध मौत के बाद सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। सरकार ने डायरेक्टर (इलेक्ट्रिकल) देशराज को सस्पेंड कर दिया है और उनके साथ ही HPPCL के एमडी हरिकेश मीणा को भी पद से हटा दिया गया है। इस मामले में दोनों अधिकारियों के खिलाफ FIR भी दर्ज कर ली गई है।
विमल नेगी के परिजनों और बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने HPPCL मुख्यालय के बाहर उनके शव के साथ प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। परिजन डायरेक्टर पर्सनल शिवम प्रताप को भी सस्पेंड करने पर अड़े हुए थे। प्रदर्शन के चलते BCS-न्यू शिमला रोड कई घंटों तक बाधित रही।
मंगलवार देर रात सरकार के चार मंत्री—जगत सिंह नेगी, अनिरुद्ध सिंह, विक्रमादित्य सिंह और राजेश धर्माणी प्रदर्शन स्थल पहुंचे और परिजनों को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजनों ने धरना समाप्त किया।
सरकार ने इस मामले की जांच अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) ओंकार चंद शर्मा को सौंपी है, जिन्हें 15 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही IAS राकेश प्रजापति को HPPCL का नया एमडी और सुरेंद्र कुमार को डायरेक्टर बनाया गया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में कहा कि यह मामला गंभीर है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। वहीं, विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने इस मामले की जांच CBI से कराने की मांग की है।
इस घटना से हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन में कामकाज को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया है कि उनके पति को गलत फाइलों पर साइन करने का दबाव डाला जाता था और मानसिक प्रताड़ना दी जाती थी। सरकार ने जांच के आदेश देकर संकेत दिया है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।