प्रदेश सरकार के कॉलेजों के जिलेवार विभाजन के आदेशों के बाद विवि ने अपने स्तर पर अधिसूचना के जारी कर स्थिति का आंकलन किया है। विवि के प्रति कुलपति प्रो. राजिंद्र वर्मा और विवि के अधिष्ठाता कॉलेज विकास परिषद प्रो. एसएस नारटा ने बताया कि एसपीयू से कांगड़ा, चंबा और कुल्लू जिले के दो कॉलेजों को मिलाने के बाद अब एचपीयू के पास 242 कॉलेज हो गए हैं। इनमें सरकारी-निजी डिग्री कॉलेजों के अलावा प्रोफेशनल एवं बीएड कॉलेज भी शामिल हैं।
अब विवि ताजा आंकड़ों के अनुसार ही नए कॉलेजों का संचालन करेगा। मंडी विवि खुलने के बाद एचपीयू के पास 41 निजी, 68 सरकारी डिग्री कॉलेजों के अलावा 38 बीएड और 12 प्रोफेशनल कॉलेज थे। एचपीयू के पास अब 242 कॉलेजों में 63 निजी, 109 सरकारी डिग्री कॉलेज के अलावा 56 बीएड कॉलेज और 14 प्रोफेशनल कॉलेज हो गए हैं।
कहां से कितने कॉलेज एचपीयू में हुए शामिल
कांगड़ा जिले से 18 निजी, 29 सरकारी डिग्री कॉलेज, 16 बीएड और 2 प्रोफेशनल कॉलेजों समेत 65 कॉलेज एचपीयू में शामिल किए गए हैं। जबकि चंबा से चार निजी, दस सरकारी, दो बीएड कॉलेजों समेत कुल 16 कॉलेज और कुल्लू जिले से दो सरकारी काॅलेज एचपीयू में शामिल हुए हैं।
कामकाज विभाजित करने पर फैसला जल्द : प्रो. राजिंद्र वर्मा
एचपीयू के प्रति कुलपति प्रो. राजिंद्र वर्मा ने बताया कि 83 कॉलेजों के शामिल होने से हिमाचल विवि की जिम्मेदारी पहले से अधिक बढ़ गई है। अब नए पुराने छात्रों की परीक्षाओं की जिम्मेदारी तय किए जाने पर फैसला जल्द ले लिया जाएगा। उसके अनुसार ही परीक्षा सहित सभी कार्यों का विभाजन किया जाएगा। इसमें प्रदेश सरकार के आदेशों को भी शामिल किया जाएगा।
सरदार पटेल विवि के पास अब सिर्फ 46 कॉलेज
तीन जिलों के 83 कॉलेज एचपीयू में शामिल किए जाने के बाद सरदार पटेल मंडी विश्वविद्यालय के पास अब 46 कॉलेज रह जाएंगे। इनमें 23 सरकारी डिग्री कॉलेज, एक संस्कृत, एक बीएड कॉलेज और 21 निजी डिग्री और बीएड कॉलेज शामिल हैं।