विश्व के सबसे ऊंचे रूट दिल्ली मनाली-लेह पर बुधवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के बस सेवा का आगाज हो गया है। बुधवार सुबह हिमाचल के लाहौल स्पीति के जिला मुख्यालय केलॉंग से इस बस सेवा का आगाज हुआ। यहां से लेह के लिए बस रवाना की गई है। बीते साल 15 सितंबर को यह बस सेवा बंद कर दी गई थी।
साल 2008 में शुरू हुई थी सेवा
लाहौल के डीसी अश्वनी चौधरी ने बस को केंलांग से रवाना किया। इस दौरान एचआरटीसी के केलांग डीपो के रीजनल मैनेजर मंगल चंद मनेपा भी मौजूद रहे। बता दें कि देश के सबसे ऊंचे और लंबे रूट लेह-मनाली-दिल्ली पर साल मई 2008 में सबसे पहले बस सेवा शुरू हुई थी और अब बीते दस साल से हर साल यह बस सेवा लेह जाने वाले के लिए उपलब्ध रहती है।
ऑनलाइन बुकिंग शुरू
HRTC ने बस बुकिंग को लेकर ऑनलाइन सुविधा भी चालू की है, साथ ही कुल्लू-मनाली में भी HRTC कार्यालय में एडवांस बुकिंग करवाई जा सकती है। 1100 किलोमीटर लंबे इस दिल्ली-मनाली-लेह मार्ग के सुहाने सफर में सैलानी 13,050 ऊंचे रोहतांग दर्रे सहित साढ़े 14,000 फुट ऊंचे बारालाचा दर्रे, 17,480 फुट ऊंचे तंगलंग और लाचूंगला दर्रे को पार कर रोमांचित सफर का आनंद ले सकते हैं।
3 चालक देंगे सेवाएं
HRTC केलांग के आरएम मंगल चंद मनेपा ने बताया कि HRTC ने बहुत जल्द पहली बार 23 मई को लेह के लिए बस सेवा शुरू की है। उन्होंने बताया कि सैलानियों के सफर को सुरक्षित व आनंदमय बनाने के लिए 1100 किलोमीटर लंबे इस सफर में 3 चालक सेवाएं देंगे।
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है यह बस सेवा
दिल्ली से लेह तक चलने वाली इस बस सेवा का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है। दरअसल लेह रूट का हमारे देश के लिए सामरिक दृष्टि से बहुत महत्व है।