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HRTC यात्रियों को मिलेगा जायज़ दाम पर भोजन, 113 ढाबे आवंटित

पी. चंद |

हिमाचल पथ परिवहन निगम के निदेशक मण्डल ने यात्रियों को उचित दरों पर नाश्ता, दोपहर और रात्रि का भोजन उपलब्ध करवाने के लिए एक नीति का अनुमोदन किया गया है। इसके अनुसार प्रदेश में लगभग 113 ढाबे आंवटित किए गए हैं। निगम ने ऐसे ढाबों का चयन और आवंटन किया है जहां पर यात्री उचित दामों पर गुणवत्तापूर्ण भोजन ग्रहण कर सकें।

निगम के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि साधारण बसों में यात्रा कर रहे यात्री खाना 60 रुपये, चाय 10 रुपये और परांठा 20 रुपये में ग्रहण कर सकता है। इसी प्रकार, वॉल्वो औऱ वातानुकूलित डीलक्स गाड़ियों में यात्रा करने वाले यात्रियों को खाना 165 रुपये, चाय 10 रुपये तथा परांठा 20 रुपये में मिलेगा। समय-समय पर निगम प्रबन्धन को यात्रियों और विभिन्न अन्य माध्यमों से भोजन की गुणवत्ता, साफ-सफाई और तय सीमा से अधिक मूल्य पर भोजन उपलब्ध करवाने की शिकायतें मिलती रहती हैं।

यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा निगम के लिए सर्वाधित महत्त्वपूर्ण है, इसलिए निगम ने गुणवत्ता पर खरा न उतरने पर तुरंत कार्रवाई करते हुए 5 ढाबों को कुछ समय पूर्व ही ब्लैकलिस्ट किया है। इनमें ग्रीन वैली करनाल, फौजी वैष्णव ढाबा काला अम्ब, राधिका ढाबा बडुई, तेजू दा ढाबा नेहरिया, मामा रसोई ब्रहमपुखर शामिल हैं।

कुछ समाचार पत्रों में ढाबो द्वारा अधिक राशि वसूलने के समाचार के सम्बन्ध में निगम ने स्पष्ट किया है कि इस मामले की जांच करवाई गई और ‘अपनी हवेली रेस्टोरेंट’ हरा बाग, सुन्दरनगर जिला मंडी को 20 जनवरी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। निगम ने सभी यात्रियों से अनुरोध किया है कि याद इस विषय में उन्हें कोई भी शिकायत हो तो वे तुरंत बस चालक/परिचालक के पास अपनी शिकायत कर सकते हैं।

यदि उनकी समस्या का कोई निदान चालक/परिचालक द्वारा नहीं किया जाता तो वे अपनी शिकायत मण्डलीय प्रबन्धक (यातायात), मुख्य कार्यालय, शिमला-03, नंबर 94180-00460 पर शिकायत कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त 0177-2656106 पर प्रबन्ध निदेशक से भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। निगम यात्रियों को उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण भोजन और खान-पान की सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कृत सकंल्प है। सभी ढाबों पर रेट लिस्ट लगाना सुनिश्चित बनाने के लिए सभी जिलाधीशों से भी निवेदन किया गया है कि वे अपने अधीन अधिकारियों द्वारा रेट लिस्ट की समय-समय पर जांच करवाएं ताकि यात्रियों से अधिक वसूली न हो।