एचआरटीसी विभाग में हलचल तेज़ होने लगी है। परिवहन क्षेत्र में सरकार पर सौतेला व्यवहार का आरोप लगाने के बाद HRTC कर्मियों ने अपने यूनियनों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को पालमपुर में धर्मशाला डिविजन के सभी यूनियनों ने संयुक्त रूप से बैठक की। इस दौरान एचआरटीसी की सभी यूनयनों ने एक साथ मिलकर 'जॉइंट एक्शन कमेटी' का गठन किया।
'जॉइंट एक्शन कमेटी' एचआरटीसी कर्मचारियों के सभी हक-हकूक और उनकी सुविधाओं को लेकर सरकार और विभाग से संघर्ष करेगी। बैठक में एक सचिव और 11 चयनित सदस्यों का ऐलान किया गया। धर्मशाला डिविजन के सभी डिपुओं के कर्मचारियों को लेकर यह कमेटी अपना फर्ज अदा करेगी।
दरअसल, एचआरटीसी के साथ लगातार परिवहन मंत्रालय के अनदेखी ने कर्मचारियों में रोष भर दिया है। क्योंकि, एचआरटीसी को छोड़ सरकार की कवायद ज्यादा से ज्यादा प्राइवेट बस ऑपरेटरों के फेवर में हो रही है। ऐसे में कर्मचारी खुद को असुरक्षित मान रहे हैं।
बैठक में यह फैसला लिया गया कि कमेटी हर महीने एक डिपो में मीटिंग करेगी और वहां के कर्मचारियों की शिकायतों पर गौर फरमाएगी। अगर कोई भी गलत काम या शोषण की घटना सामने आएगी तो सभी कर्मचारी न्याय के लिए संयुक्त रूप से लड़ाई लड़ेंगे। फिलहाल कमेटी ने 11 जून को अपनी अगली बैठक पठानकोट में तय की है। माना जा रहा है कि इस बैठक में वर्तमान मुद्दों के संदर्भ में कोई ठोस एक्शन पर काम किया जाएगा।