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हिमाचल में लंबी दूरी की बसों के किराए में 15% की वृद्धि
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मैदानी क्षेत्रों में 1.40 से बढ़कर 1.60 रुपये प्रति किमी, पहाड़ी क्षेत्रों में 2.19 से बढ़कर 2.50 रुपये
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भाजपा नेता बिक्रम ठाकुर ने निर्णय को बताया जनविरोधी और आम जनता पर डाका
Himachal bus fare hike: आर्थिक संकट से जूझ रही हिमाचल प्रदेश सरकार ने आम जनता को महंगाई का एक और झटका दिया है। अब राज्य में लंबी दूरी की बस यात्राएं पहले से अधिक महंगी हो गई हैं। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) ने बस किराए में औसतन 15 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है। इसके लिए अधिसूचना जारी की जा चुकी है।
नई दरों के मुताबिक, मैदानी क्षेत्रों में पहले प्रति किलोमीटर 1.40 रुपये का किराया देना पड़ता था, जो अब बढ़कर 1.60 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है। वहीं, पहाड़ी क्षेत्रों में यह किराया 2.19 रुपये से बढ़कर 2.50 रुपये प्रति किलोमीटर हो गया है। इससे पहले सरकार ने न्यूनतम किराए में भी 5 से 100 रुपये तक की बढ़ोतरी की थी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने इस फैसले की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसे जनविरोधी और गरीबों के साथ अन्याय करार देते हुए कहा कि सस्ती परिवहन सेवा अब आम आदमी की पहुंच से बाहर होती जा रही है।
ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने एचआरटीसी को जनता की सेवा के बजाय राजस्व वसूली का माध्यम बना दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार गरीब, छात्र, मजदूर और ग्रामीण वर्ग की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने एचआरटीसी को घाटे से निकाल कर बेहतर स्थिति में पहुंचाया था, जिसे अब फिर से कमजोर कर दिया गया है।
भाजपा नेता ने सरकार से मांग की है कि इस फैसले को तुरंत वापस लिया जाए और आम जनता को राहत दी जाए।