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IIT मंडी के शोधकर्ताओं को बड़ी कामयाबी, भूलने की बीमारी को पकड़ा!

मंडी: आईआईटी मंडी की एक शोध टीम ने आईआईटी मंडी के स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रजनीश गिरी के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण जैव-आणविक प्रक्रिया का पता लगाया है जो अल्जाइमर रोग में अक्सर दिखने वाले प्रोटीन क्लस्टर/एग्रीगेट बनने के लिए जिम्मेदार होती है. उन्होंने यह दिखाया कि एमिलॉयड प्रीकर्सर प्रोटीन (एपीपी) का सिग्नल पेप्टाइड एमिलॉयड बीटा पेप्टाइड के साथ एग्रीगेट बना सकता है.

यह जानकारी है कि भूलने की बीमारी के सबसे आम स्वरूप अल्जाइमर पैदा करने की वजह बनती हैं और इससे धीरे-धीरे याददाश्त समाप्त होती है और अन्य महत्वपूर्ण मानसिक प्रक्रियाएं भी बुरी तरह प्रभावित होती हैं. दरअसल कोशिका के भीतर लगभग हर प्रक्रिया के लिए प्रोटीन आवश्यक हैं। लेकिन उनके एकत्र होने या गलत मुड़ के चलते हानिकारक प्रभाव हो सकते.

ऐसी 50 से अधिक बीमारियां हैं जिनकी वजह प्रोटीन का एकत्र होना या गलत मुड़ना है. आमतौर पर प्रोटीन के एकत्र होने या गलत मुडऩे पर वे कोशिकाओं के चारों ओर जमा हो जाते हैं और उन्हें मार देते हैं जिससे कई बीमारियां पैदा होती हैं. शोध टीम के निष्कर्ष हाल में ‘सेल रिपोट्र्स फिजिकल साइंस‘ जर्नल में प्रकाशित किए गए। शोध-पत्र के सह-लेखक डॉ. रजनीश गिरि और उनके शोध विद्वान डॉ. कुंडलिक गढ़वे और तानिया भारद्वाज के साथ-साथ कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, इंगलैंड के प्रो. मिशेल वेंड्रस्कोलो और दक्षिण फ्लोरिडा विश्वविद्यालय, अमेरिका के प्रो. व्लादिमीर वस्र्की हैं.

डॉ. रजनीश गिरी, एसोसिएट प्रोफेसर, स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज, आईआईटी मंडी ने हाल के इस शोध के बारे बताया कि अब तक यह जानकारी थी कि एमाइलॉइड प्रीकर्सर प्रोटीन में केवल विषैला एग्रीगेट बना सकता है, लेकिन हम ने देखा कि एमाइलॉइड प्रीकर्सर प्रोटीन के सिग्नल पेप्टाइड न केवल कोशिका नाशक एग्रीगेट बनाते हैं बल्कि इन-विट्रो परिस्थितियों में पेप्टाइड का एकत्र होना भी बढ़ाते हैं. सिग्नल पेप्टाइड प्रोटीन के एन-टर्मिनस पर मौजूद छोटे पेप्टाइड यूनिट हैं जो प्रोटीन को लक्ष्य बनाने का काम करते हैं। वे कोशिका के अंदर प्रोटीन के डाक पता स्वरूप होते हैं.

आमतौर पर प्रोटीन के मंजिल पर पहुंचने के बाद सिग्नल पेप्टाइड्स का प्रोटीन से विच्छेद हो जाता है और अक्सर कोशिका की कार्य प्रक्रिया में पेप्टाइड का पतन हो जाता है. अंतर-संस्थागत शोध टीम में आईआईटी मंडी, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, इंगलैंड और दक्षिण फ्लोरिडा विश्वविद्यालय, अमेरिका के शोधकर्ताओं ने एपीपी के एक सिग्नल पेप्टाइड के एग्रीगेशन पैटर्न का अध्ययन किया.

डॉ. गिरी ने इस शोध कार्य का महत्व बताते हुए कहा कि हमारे शोध से जाहिर है कि सिग्नल पेप्टाइड के एकत्र होने और अल्जाइमर के पेप्टाइड के एकत्र होने के बीच एक संभावित कड़ी दिखती है. डॉ. गिरी ने शोध के भावी लाभ के बारे में कहा कि यह शोध भावी अनुसंधान में मदद करेगा जो बीमारी पैदा करने वाले अन्य सिग्नल पेप्टाइड्स का इससे संबंध स्थापित कर सकता है.

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