<p>नेशनल इंस्टीच्यूट रैंकिंग फे्रमवर्क (एनआईआरएफ ) की रैंकिंग में इस बार भी सरकारी शिक्षण संस्थान टॉप टेन में जगह नहीं बना पाए हैं। हालाकि टॉप सौ में कई संस्थानों ने अपना नाम दर्ज करवाया है। एनआईआरएफ के तहत वर्ष 2019 के लिए जारी रैंकिंग में हिमाचल का इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मंडी ने शीर्ष 100 में प्रवेश किया है। ओवरआल वर्ग में इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मंडी ने 44 रैंक प्राप्त किया। इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मंडी ने 49.40 अंक हासिल कर यह उपलब्धि हासिल की है। एनआईआरएफ 2019 के तहत नई दिल्ली में जारी रैंकिंग में यह खुलासा हुआ।</p>
<p>राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यह रैंकिंग सोमवार को जारी की। ओवरऑल वर्ग में 100.150 रैंक बैंड में डा. वाईएस परमार यूनिवर्सिटी ऑफ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री और नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी हमीरपुर शामिल हुए हैं, जबकि 151.200 रैंक बैंड में चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय व जेपी यूनिवर्सिटी ऑफ इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी शामिल हुए हैं। यूनिवर्सिटी वर्ग में हिमाचल की डा. वाईएस परमार यूनिवर्सिटी ऑफ हॉर्टीकल्चर एंड फॉरेस्ट्री ने 80वां रैंक हासिल किया है। 40.07 स्कोर हासिल कर यह रैंक हासिल किया है।</p>
<p>यूनिवर्सिटी वर्ग में 100.150 रैंक बैंड में चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर, सोलन स्थित जेपी यूनिवर्सिटी ऑफ इन्फार्मेंशन टेक्नोलॉजी, शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज सोलन शामिल हुए हैं। इसके अलावा इस वर्ग 151.200 रैंक बैंड में चिटकारा यूनिवर्सिटी सोलन, प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला शामिल हुए। इंजीनियर वर्ग में हिमाचल के इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मंडी ने 56.00 स्कोर प्राप्त कर 20वां स्थान प्राप्त किया, जबकि नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी हमीरपुर ने 41.48 स्कोर प्राप्त कर 60वां स्थान प्राप्त किया।</p>
<p>फार्मेसी वर्ग में शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ बायोटेक्नोालॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज सोलन ने 39वां स्थान व मैनेजमेंट वर्ग में शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज सोलन ने 65 रैंक प्राप्त किया है। कालेज वर्ग में हिमाचल प्रदेश का भी शिक्षण संस्थान टॉप 200 में शामिल नहीं हो पाया है। इसके अलावा लॉ वर्ग में भी हिमाचल का कोई भी शिक्षण संस्थान टॉप 100 की सूची में नहीं है।</p>
<p>उल्लेखनीय है कि एनआईआरएफ के तहत तय किए गए पैरामीटर्ज के तहत रैंकिंग के लिए देश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में स्पर्धा होती है। पैरामीटर्ज पांच बिंदुओं पर निर्धारित किए गए हैं। इसमें टीचिंग लर्निंग एंड रिसोर्स, अनुसंधान परामर्श व सहयोगात्मक प्रदर्शन, स्नातक परिणाम, आउटरीच एवं समावेशन और अनुभूति शामिल है। इन बिंदुओं के आधार पर ही रैंकिंग के लिए स्कोरिंग की जाती है। इन पांच बिंदुओं को उपप्रमुखों में भी विभाजित किया गया है। शिक्षण संस्थानों को अंक विभिन्न कारकों के आधार पर दिए जाते हैं। इसमें स्थायी फैकल्टी पर जोर देने के साथ-साथ छात्र अनुपात, पुस्तकालय एवं प्रयोगशाला की सुविधाएं, पीएचडी और अनुभव प्राप्त फैकल्टी, खेल व अन्य पाठ्यतर सुविधाएं, प्लेसमेंट, संस्थान की विभिन्न गतिविधियां, प्रकाशन, साइटेशन आदि शामिल हैं।</p>
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