गुड़िया मामले में पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी सूरज की संदिग्ध मौत मामले में CBI द्वारा पकड़े गए आठों पुलिस कर्मी आज जिला अदालत में पेश किये गए। करीब एक घंटे तक दोनों पक्षों में दलिलें सुनने के बाद फैसले को होल्ड कर लिया है। सीजेएम रंजीत सिंह द्वारा कुछ देर में फैसला सुनाया जाएगा।
इससे पहले सीबीआई के वकील ने मांग उठाई की पुलिस अधिकारियों से अभी और पूछताछ करनी है, इसके लिए अतिरिक्त समय दिया जाए। क्योंकि इनसे कुछ रिकवरी करना अभी बाकी है। सीबीआई के वकील ने कहा कि सूरज को राजू ने नहीं बल्कि पुलिस वालों ने मारा है। उस वक़्त ये आठ पुलिस अधिकारी आसपास थे।
उधर, बचाव पक्ष के वकीलो ने पुलिस अधिकारियों के पक्ष में दलील दी कि विशेष परिस्थितियों में ही पुलिस रिमांड बढ़ाया जा सकता है। सीबीआई वेवजह मेंटली टॉर्चर कर रही है। सात दिन का समय हिरासत में रखा गया जो कि काफी था। ऐसे में पुलिस अधिकारियों को इतने दिन तक रिमांड नहीं मिलना चाहिए। इससे पहले गिरफ्तार आठों पुलिस अधिकारियों को बीते रविवार की रात बालूगंज थाने में रखा गया जहां से आज जिला अदालत में पेश किया गया।
गौरतलब है कि 29 अगस्त को सीबीआई ने कोटखाई गुड़िया रेप मर्डर के बाद पुलिस हिरासत में सूरज की हत्या मामले में आईजी जैदी समेत आठ पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था और मैजिस्ट्रेट ने आठों को सप्ताह भर के लिए हिरासत में भेज दिया था। उसके दूसरे दिन सभी को दिल्ली ले जाया गया जहां इनसे गहन पूछताछ की गई। यही नहीं, इसके अलावा एसपी शिमला डी डब्ल्यू नेगी, एएसपी भजन देव नेगी ,डीएसपी रतन नेगी सहित तीन अन्य को भी पूछताछ के लिए सीबीआई ने दिल्ली तलब किया था।
ये पढ़ें- गुड़िया मामले में कोर्ट का फैसला, IG समेत सभी 8 पुलिसकर्मी तीन दिन के अतिरिक्त रिमांड पर