एडीसी जितेंद्र सांजटा ने कोरोना के संबंध में सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला हमीरपुर में भी विशेष ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं. सोमवार को जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए एडीसी ने स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कालेज के अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपनों क्षेत्र के स्वास्थ्य संस्थानों में सैंपलिंग और टैस्टिंग बढ़ाएं.
उन्होंने कहा कि खांसी, जुकाम और बुखार से ग्रस्त लोगों का आरटी-पीसीआर टैस्ट होना चाहिए और इनमें अगर कोई कोरोना पॉजीटिव मामला सामने आता है तो उस सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग भी करवाएं.
ताकि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पता लगाया जा सके. एडीसी ने बताया कि जिला हमीरपुर में पिछले कई हफ्तों से कोरोना का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है. लेकिन कई देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए विशेष ऐहतियात बरतने की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि कोरोना संबंधी किसी भी तरह की स्थिति से निपटने की तैयारियों के आकलन के लिए मंगलवार को पूरे देश के स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है. जितेंद्र सांजटा ने कहा कि मॉक ड्रिल के दौरान ऑक्सीजन प्लांट्स, सिलेंडरों, कंसन्ट्रेटर्स, आइसोलेशन वार्ड, बिस्तर, आवश्यक दवाईयों और अन्य संसाधनों की उपलब्धता का आकलन किया जाएगा.
इसलिए सभी बीएमओ अपने-अपने स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध संसाधनों की सूची तैयार करें और इनकी रिपोर्ट वेबपोर्टल पर अपलोड करवाएं. इनमें छह या इससे अधिक बिस्तर क्षमता वाले सभी चिकित्सा संस्थान शामिल किए जाएंगे.
एडीसी ने अधिकारियों को कोरोना संबंधी सावधानियों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए. उन्होंने कहा कि भीड़भाड़ वाले स्थानों और विशेषकर शिक्षण संस्थानों में मास्क और सेनिटाइजर के प्रयोग को बढ़ावा दें.
आम लोगों को जागरुक करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग और पंचायतीराज संस्थाओं का सहयोग भी लिया जा सकता है. कोरोना रोधी वैक्सीनेशन पर संतोष व्यक्त करते हुए एडीसी ने कहा कि जिला में वैक्सीनेशन की दोनों खुराक का आंकड़ा लगभग साढे 96 प्रतिशत है, जबकि दो लाख से अधिक लोग बूस्टर डोज भी लगवा चुके हैं.
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री ने कोरोना संबंधी विभिन्न प्रबंधों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया.