हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर में ठाकुर राम सिंह इतिहास शोध संस्थान नेरी में त्रिदिवसीय जलरंग चित्रकला कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यशाला में अन्तर्राष्ट्रीय चित्रकार दिल्ली से अमित कपूर और पंजाब से जसवीर राम चित्रकारों का मार्गदर्शन करेंगे. कार्यशाला में कलाकारों के द्वारा हिमाचल की संस्कृति को दर्शाते हुए पानी के रंगों के साथ पेटिंग बनाई जा रही है. अर्तराष्ट्रीय चित्रकार अमित कपूर ने कहा कि पानी के रंगों को मुकाम तक पहुंचाने के उदेश्य से कार्यशाला अहम है.
जानकारी के मुताबिक 2012 से मिशन शुरू किया है और अभी तक जारी है. चयनित प्रशिक्षु स्थलों पर जाएंगे व अपने रंगों के माध्यम से ग्रामीण परिवेश व गांव में स्थापित ऐतिहासिक स्थलों का चित्रण करके समाज के सम्माने प्रस्तुति करेंगे. चित्रकार जसबीर राम ने बताया कि हिमाचल और पंजाब की संस्कृति को लेकर कभी भी चित्रकला के लिए प्रयास नहीं हुए है. जिसके लिए कार्यशाला के माध्यम से प्रयास किए जा रहे है. उन्होंने इस मौके पर निवोदित कलाकारों को बधाई देते हुए आवाह्न किया है कि वह अपनी चित्रकला के माध्यम से इतिहास, संस्कृति व समाज को अपने रंगों के माध्यम से जनमानस तक पहुंचाने का प्रयास करें.
युवा चित्रकारों का कहना है कि चित्रकला के लिए वर्कशाप के माध्यम से सीखने के लिए मिल रहा है. वहीं कैनवस पर वेस्टन चित्रकला ही मिलती है लेकिन कार्यशाला में हिमाचली संस्कृति को कला के माध्यम से दिखाया जाएगा. इतिहासकार राकेश शर्मा का कहना है कि तीन दिनों के लिए जलरंग चित्रकला कार्यशाला में अर्तराष्ट्रीय स्तर के चित्रकार हिस्सा ले रहे है और प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करेंगे. इसके साथ ही चित्रकार हिमाचली संस्कृति पर चित्रकला करेंगे ताकि हिमाचली संस्कृति बाकी प्रदेशों में भी दिख सके.