रविवार को हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला स्थित राज्य अतिथि गृह पीटर हॉफ में मिल्कफैड की ओर से प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के साथ-साथ इस क्षेत्र में आर्थिकी को मज़बूत करने को लेकर एक विस्तृत चर्चा सत्र का आयोजन किया गया. इसमें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने दुग्ध उत्पादकों की समस्याएं सुनी और मिल्कफैड को लेकर उत्पादकों के सुझावों को भी सुना.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा की प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत करना सरकार का लक्ष्य है. बजट सत्र से पहले किसानों और दुग्ध उत्पादकों का फीडबैक लेना जरूरी था. उन्होंने कहा कि इसी लक्ष्य से आज वह इस कार्यक्रम में शामिल हुए. सीएम ने कहा की उन्होंने पशुपालकों दुग्ध उत्पादकों का फीडबैक लिया.
सीएम सुक्खू ने कहा कि प्रदेश को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना जरूरी है. प्रदेश की 90 फ़ीसदी जनता गांव से आती है. उन्होंने कहा कि वह खुद किसान परिवार से हैं और किसानों की समस्याओं को समझते हैं. ऐसे में किन क्षेत्रों में ज्यादा काम करने की जरूरत है. कैसे ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को दरवाजे पर आय के स्रोत पैदा की जा सके. इसके लिए सरकार काम करेगी और आने वाले बजट में इसके विभिन्न पहलू देखने को मिलेंगे.